
#पलामू #डांडिया_उत्सव : नवनिर्माण शक्ति संघ के तत्वावधान में पुलिस लाइन रोड स्थित शांभवी मेंशन में भव्य डांडिया महोत्सव का आयोजन
- आयोजन स्थल: शांभवी मेंशन, पुलिस लाइन रोड, पलामू।
- नेतृत्व: संघ की अध्यक्ष स्नेहा ओझा के नेतृत्व में कार्यक्रम।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: नृत्य, भक्ति संगीत और स्वादिष्ट व्यंजन।
- विशेष प्रस्तुतियां: खुशबू वर्मा, पूनम गोस्वामी, वी एम एस क्लासेज की छात्राएं।
- पुरस्कार वितरण: बेस्ट डांडिया परफॉर्मेंस और ड्रेस के लिए सम्मान।
पलामू में नवनिर्माण शक्ति संघ के तत्वावधान में आयोजित डांडिया महोत्सव ने नवरात्रि की रात को और भी रंगीन और आनंदमय बना दिया। कार्यक्रम का आयोजन शांभवी मेंशन, पुलिस लाइन रोड परिसर में हुआ, जहां महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक परिधानों में सजकर गरबा और डांडिया की धुनों पर झूमकर त्योहार को खास बना दिया।
माता रानी की वंदना से हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत माता रानी की वंदना अयिगिरि नंदिनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र से की गई। इसे खुशबू वर्मा, पूनम गोस्वामी, वागीशा विश्वकर्मा, सोनी गुप्ता, सोनी पाठक और स्नेहा ओझा ने अपने दमदार स्वर में प्रस्तुत किया। इसके बाद वी एम एस क्लासेज की छात्राएं अनुष्का सिंह, दीपा, साक्षी वर्मा, रिया और खुशबू ने शानदार डांडिया नृत्य कर दर्शकों का मन मोह लिया।
नृत्य और गीतों का रंगारंग संगम
खुशबू वर्मा और पूनम गोस्वामी ने भी डांडिया गीतों पर सुंदर प्रस्तुतियां दीं। वहीं निशा ओझा, अनु तिवारी और खुशबू वर्मा के नृत्य ने सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद सामूहिक डांडिया और गरबा में दर्जनों महिलाएं घंटों तक नाचती रहीं और माहौल को उल्लास से भर दिया। बीच-बीच में माता रानी के जयकारों ने आयोजन को और भी भक्तिमय बना दिया।

पुरस्कार और सम्मान
महोत्सव के दौरान प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रिया सिंह, अनुष्का सिंह और दीपा को बेस्ट डांडिया परफॉर्मेंस और बेस्ट डांडिया ड्रेस का पुरस्कार दिया गया। सभी प्रतिभागियों और डांडिया ग्रुप्स को मोमेंटो और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मान वितरण में संघ की अध्यक्ष स्नेहा ओझा, पार्षद मधु ओझा, अनीता उपाध्याय और सोनी पाठक शामिल रहीं।
स्वादिष्ट भोजन और सामूहिक सहभागिता
कार्यक्रम के अंत में सभी ने स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया। इस मौके पर संघ की सक्रिय सदस्याएं खुशबू वर्मा, पूनम गोस्वामी, सोनी पाठक, प्रिया सिंह, सोनी गुप्ता, रानी चंद्रवंशी, अंजलि गुप्ता, अनु तिवारी, निशा ओझा, अनीता उपाध्याय, मधु ओझा, ज्योति वर्मा, वागीशा विश्वकर्मा, रंभा देवी, शोभा कुमारी, माया देवी, कुसुम, निक्की गुप्ता समेत कई दर्जन महिलाएं उपस्थित थीं।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और सामूहिकता का जीवंत उदाहरण
यह आयोजन बताता है कि भारतीय त्योहार केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं बल्कि समाज को एकजुट करने और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का भी माध्यम हैं। इस तरह के आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हैं बल्कि समाज में आपसी भाईचारे और सौहार्द को भी मजबूती प्रदान करते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
उत्सवों से बढ़ती है सामाजिक एकता
नवरात्रि जैसे त्योहारों के अवसर पर जब महिलाएं और युवतियां एक मंच पर मिलकर नृत्य, भक्ति और आनंद का वातावरण बनाती हैं तो समाज में एकता और सहयोग की भावना और प्रगाढ़ होती है। अब समय है कि हम सभी ऐसे आयोजनों में सक्रिय भागीदारी करें, अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाएं और एक मजबूत समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों व परिवार के साथ साझा करें ताकि सांस्कृतिक उत्सवों का महत्व और भी दूर तक पहुंच सके।