
#डंडई #धान_अधिप्राप्ति : बीडीओ देवलाल करमाली और सीओ जयशंकर पाठक ने डंडई पैक्स में धान क्रय केंद्र का किया उद्घाटन
- डंडई प्रखंड के डंडई पैक्स में धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत शुभारंभ।
- ₹2450 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर किसानों से सीधे धान की खरीद।
- बीडीओ देवलाल करमाली, सीओ जयशंकर पाठक और अनीता गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया उद्घाटन।
- किसानों को 48 घंटे से 7 दिन के भीतर भुगतान सीधे बैंक खाते में मिलने का आश्वासन।
- पैक्स अध्यक्ष ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के उपयोग की दी जानकारी।
- केंद्र खुलने में देरी पर भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता ने उठाए सवाल।
डंडई, गढ़वा (झारखंड) में किसानों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। डंडई प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत डंडई पैक्स में बुधवार को धान अधिप्राप्ति केंद्र का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस केंद्र के खुलने से क्षेत्र के किसानों को अब सरकार द्वारा निर्धारित ₹2450 प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर सीधे धान बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे वे बिचौलियों के शोषण से बच सकेंगे। उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में किसान और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बीडीओ और सीओ ने किया विधिवत उद्घाटन
धान क्रय केंद्र का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) देवलाल करमाली, अंचल अधिकारी (CO) जयशंकर पाठक एवं भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनीता गुप्ता ने संयुक्त रूप से नारियल फोड़कर और फीता काटकर किया। उद्घाटन के बाद अधिकारियों ने केंद्र की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और किसानों से संवाद किया।
किसानों को मिलेगा सीधा और पारदर्शी लाभ
इस अवसर पर बीडीओ देवलाल करमाली ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा:
“यह धान क्रय केंद्र किसानों को बिचौलियों से राहत दिलाने के उद्देश्य से खोला गया है। किसान जब भी चाहें, अपनी सुविधा अनुसार तिथि तय कर धान बेच सकते हैं। भुगतान 48 घंटे के भीतर और अधिकतम 7 दिनों में सीधे बैंक खाते में कर दिया जाएगा।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिन किसानों का अभी तक पंजीकरण नहीं हुआ है, वे अंचल कार्यालय में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, ताकि वे भी इस योजना का लाभ उठा सकें।
पैक्स अध्यक्ष ने दी नैनो उर्वरकों की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान पैक्स अध्यक्ष ने किसानों को धान खरीद प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि धान की खरीद पूरी तरह शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
पैक्स अध्यक्ष ने कहा: “किसान किसी प्रकार की अफरा-तफरी न करें। सभी का धान क्रमवार और पूरी पारदर्शिता के साथ खरीदा जाएगा।”
इसके साथ ही उन्होंने किसानों को नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसे आधुनिक उर्वरकों के उपयोग के लाभ बताए। उन्होंने कहा कि नैनो उर्वरकों से खेत को कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि लागत भी कम होती है और उत्पादन बेहतर होता है।
केंद्र देर से खुलने पर उठे सवाल
इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनीता गुप्ता ने जहां धान क्रय केंद्र के खुलने को किसानों के लिए राहत बताया, वहीं सरकारी व्यवस्था में देरी पर सवाल भी खड़े किए।
अनीता गुप्ता ने कहा: “धान क्रय केंद्र देर से खुलने के कारण कई किसानों को मजबूरी में ₹1600 से ₹1700 प्रति क्विंटल की दर से बिचौलियों को धान बेचना पड़ा। यह किसानों के साथ अन्याय है।”
उन्होंने कृषि इनपुट की आपूर्ति में देरी पर भी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि चना का बीज तब उपलब्ध कराया गया, जब अधिकांश किसान 30 से 45 दिन पहले ही बुवाई कर चुके थे। उन्होंने किसानों से अपील की कि अब बचे हुए धान को सरकारी केंद्र पर ही बेचें, ताकि उन्हें उचित मूल्य मिल सके।
बड़ी संख्या में किसान और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
उद्घाटन समारोह में कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें उप प्रमुख प्रतिनिधि घुरबिगन राम, मुखिया पति महेश्वर राम, डंडई पश्चिमी बीडीसी प्रतिनिधि मिथिलेश प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि नशेदी राम, विवेकानंद कुशवाहा, राजेश गुप्ता, नंदू यादव, दीनानाथ पांडे, अनिल कुमार मेहता, प्रकाश कुमार उर्फ छोटन, दिनेश राम और दीनानाथ प्रसाद शामिल थे।
स्थानीय किसानों ने केंद्र खुलने पर खुशी जताई और कहा कि इससे उन्हें अपने धान का सही मूल्य मिलेगा और समय पर भुगतान भी सुनिश्चित होगा।
किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में कदम
धान अधिप्राप्ति केंद्र का शुभारंभ डंडई क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि सरकारी योजनाओं पर उनका भरोसा भी बढ़ेगा।



न्यूज़ देखो: समर्थन मूल्य से बढ़ेगा किसानों का भरोसा
डंडई पैक्स में धान क्रय केंद्र का खुलना यह दर्शाता है कि यदि व्यवस्थाएं समय पर और पारदर्शी तरीके से लागू हों, तो किसान बिचौलियों से मुक्त होकर सीधे सरकार से लाभ ले सकते हैं। हालांकि, केंद्र खुलने में हुई देरी और बीज आपूर्ति की खामियों पर भी गंभीरता से सुधार की जरूरत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
किसान हित में सजगता जरूरी
किसानों को उनका हक तभी मिलेगा, जब वे जागरूक होकर सरकारी योजनाओं का लाभ लें और समय पर अपनी आवाज उठाएं।
यदि आप भी किसान हैं या किसान हित से जुड़े मुद्दों को महत्वपूर्ण मानते हैं, तो इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में लिखें और किसानों के अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाने में योगदान दें।





