
#गढ़वा #शिक्षा_विकास : झुरा मोड़ पर ज्ञानज्योति एकेडमी का नया केंद्र शुरू — ग्रामीण बच्चों को अब स्थानीय स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की सुविधा।
- झुरा मोड़ के पास ज्ञानज्योति एकेडमी का दूसरा ब्रांच उद्घाटित हुआ।
- अतुल कुमार दुबे और अंकुर कुमार दुबे ने ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल की।
- गांव के बच्चों को अब शहर जैसी शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी यहीं मिलेगी।
- शारीरिक रूप से दिव्यांग छात्रों के लिए 50% फीस माफी, मेधावी छात्रों के लिए अतिरिक्त छूट।
- पहले 30 छात्रों को फ्री एडमिशन, कक्षा 6 से 12 तक हर विषय की पढ़ाई उपलब्ध।
गढ़वा शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर झुरा मोड़ के पास ज्ञानज्योति एकेडमी के दूसरे ब्रांच का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर अतुल कुमार दुबे और अंकुर कुमार दुबे के परिजनों युगल किशोर दुबे, सचिदानंद दुबे, रंजू देवी और कविता दुबे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर, मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और फीता काटकर इस नई शुरुआत को औपचारिक रूप से उद्घाटित किया।
ग्रामीण शिक्षा में नई दिशा
उद्घाटन समारोह में अतिथियों ने कहा कि यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है। अतुल कुमार दुबे और अंकुर कुमार दुबे, जो टारगेट डिफेंस क्लासेज के डायरेक्टर्स भी हैं, ने बताया कि उनका उद्देश्य गांव के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर देना है, ताकि उन्हें अब शहर जाकर पढ़ाई करने की मजबूरी न रहे।
अतुल कुमार दुबे ने कहा: “हमारा सपना है कि गांव के बच्चे भी अब शहर के बच्चों की तरह प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करें।”
अंकुर कुमार दुबे ने कहा: “शिक्षा अब शहर की नहीं, हर गांव की ताकत बनेगी — यही इस संस्थान की नींव है।”
दिव्यांग और मेधावी छात्रों के लिए विशेष प्रावधान
उद्घाटन के दौरान दोनों डायरेक्टर्स ने एक मानवीय घोषणा की — संस्थान में शारीरिक रूप से दिव्यांग छात्रों को सभी कोर्सों में 50% तक फीस माफी दी जाएगी। साथ ही, मेधावी विद्यार्थियों के लिए भी अतिरिक्त छूट का प्रावधान रहेगा।
उन्होंने बताया कि हर कक्षा के पहले 30 विद्यार्थियों का एडमिशन बिल्कुल मुफ्त रहेगा। यहां कक्षा 6 से 12 तक सभी विषयों की पढ़ाई के साथ-साथ एयरफोर्स, आर्मी, नेवी, झारखंड पुलिस, एसएससी, एसएससी जीडी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं और कंप्यूटर कोर्स की सुविधा भी दी जाएगी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित रहे लोग
इस अवसर पर क्षेत्र के कई सम्मानित नागरिकों और शिक्षाप्रेमियों ने भाग लिया। उपस्थित प्रमुख लोगों में मनीष चौबे, जोगेंद्र चौबे, मुन्ना दुबे, सतेंद्र तिवारी, नवनीत सिंह, रमेश तिवारी, विकास पांडे, जितेंद्र तिवारी, धीरज दुबे, मिथलेश सिंह, नीरज सिंह, प्रेम कुमार, मिथलेश दुबे, पवन तिवारी, अरुण तिवारी, अरुण दुबे, मंजू शुक्ला, सरोज कुमार, जैनेन्द्र कुमार, राहुल कुमार, अरविंद कुमार, अंशु दुबे, राहुल दुबे, सूरज पांडे, प्रवीण त्रिपाठी सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।
सभी ने एकमत होकर कहा कि इस संस्थान की स्थापना से झुरा मोड़ और आसपास के गांवों के बच्चों को उच्चस्तरीय शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत होगी।
न्यूज़ देखो: शिक्षा में ग्रामीण सशक्तिकरण की मिसाल
गढ़वा के झुरा मोड़ पर ज्ञानज्योति एकेडमी का नया केंद्र इस बात का उदाहरण है कि यदि इच्छाशक्ति हो तो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा गांव तक पहुंचाई जा सकती है। यह पहल न केवल ग्रामीण बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाएगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और जागरूकता के अवसर भी बढ़ाएगी। प्रशासन और समाज को चाहिए कि ऐसी पहल का समर्थन कर शिक्षा के इस अभियान को और आगे बढ़ाएं।
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शिक्षा से बदलेंगी तस्वीरें
गांवों में जब शिक्षा का दीप जलता है, तो भविष्य रोशन होता है। अब वक्त है कि हर अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा के इस नए अवसर से जोड़ें।
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