
#महुआडांड़ #आंगनबाड़ी_अनियमितता : कड़ाके की ठंड के बीच आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दिए गए बेहद पतले और घटिया स्वेटर पर अभिभावकों ने तीखा विरोध जताया—जांच की मांग तेज।
- कई आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को बेहद पतले स्वेटर मिले।
- खपरताला, अम्बवाटोली सहित कई टोलों में वितरण के बाद विरोध।
- अभिभावकों का आरोप—ठंड में किसी काम के नहीं ये स्वेटर।
- ग्रामीणों ने स्वेटर खरीद में अनियमितता व भ्रष्टाचार का संदेह जताया।
- उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता से निष्पक्ष जांच की मांग जोर पकड़ रही है।
लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में किए जा रहे स्वेटर वितरण पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शुक्रवार को औरोटोली के खपरताला, अम्बवाटोली सहित कई केंद्रों में स्वेटर बांटे गए, लेकिन ग्रामीणों ने इन्हें बेहद घटिया गुणवत्ता वाला बताकर कड़ा विरोध जताया। क्षेत्र में लगातार गिरते तापमान के बीच छोटे बच्चे आंगनबाड़ी पहुंच तो रहे हैं, परंतु उन्हें ठंड से बचाने के लिए दिया गया स्वेटर किसी भी तरह से उपयोगी नहीं साबित हो रहा।
स्वेटर इतने पतले कि राहत मिलना असंभव
अभिभावकों का कहना है कि कड़ाके की ठंड में बच्चों को हल्के और पतले स्वेटर थमा दिए गए हैं जो न गर्म रखते हैं, न ठंड से बचाते हैं। कई अभिभावकों ने बताया कि बच्चे सुबह आंगनबाड़ी जाते समय ठंड से कांप रहे हैं, पर विभाग ने गुणवत्तापूर्ण सामग्री देने के बजाय सिर्फ कागजी खानापूर्ति की है।
ग्रामीणों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो स्वेटर बांटे गए हैं, वे न तो सरकारी मानक के अनुरूप हैं और न ही बच्चों के उपयोग लायक।
ग्रामीणों का आरोप—खरीद प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितता
ग्रामीणों ने स्वेटर खरीद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की आशंका जताई है। उनका आरोप है कि बच्चों के लिए जारी राशि की बंदरबांट कर अत्यंत सस्ते और हल्के स्वेटर की सप्लाई की गई।
अभिभावकों का कहना है कि प्रत्येक वर्ष इसी तरह की अनियमितताएँ सामने आती हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय मनमानी को नजरअंदाज कर देते हैं।
डीसी से जांच की मांग, कार्रवाई की उम्मीद
ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की शिकायत लातेहार के उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता को भेजी है। ग्रामीणों का आग्रह है कि स्वेटर खरीद प्रक्रिया, आपूर्ति करने वाली संस्था और वितरण रिकॉर्ड की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
लोगों का कहना है कि यदि अभी कार्रवाई नहीं हुई, तो भविष्य में भी बच्चों के साथ इसी तरह का खिलवाड़ होता रहेगा।
बच्चों की सेहत पर मंडराता खतरा
महुआडांड़ जैसे ठंडे क्षेत्र में जहां तापमान तेजी से गिरता है, वहां छोटे बच्चों को खराब गुणवत्ता का स्वेटर देना उनके स्वास्थ्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्दी सुधार नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर विरोध करने को मजबूर होंगे।
न्यूज़ देखो: बच्चों की सुरक्षा पर लापरवाही चिंताजनक, जवाबदेही तय होनी जरूरी
आंगनबाड़ी योजनाएँ बच्चों के पोषण, सुरक्षा और विकास के लिए बनाई गई हैं, लेकिन महुआडांड़ की यह घटना बताती है कि जमीनी स्तर पर कई बार इन योजनाओं को हल्के में लिया जाता है। सरकारी राशि का दुरुपयोग और निम्न गुणवत्ता की सामग्रियों की आपूर्ति न केवल अनैतिक है, बल्कि बच्चों की सेहत को सीधा खतरा पहुंचाती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बच्चों का हक सुरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी
समाज, अभिभावकों और प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा मिले।
भ्रष्टाचार और लापरवाही पर रोक तभी लगेगी, जब लोग आवाज उठाएंगे और अधिकारी जवाबदेह होंगे।
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