
#तोरपा #पुल_निर्माण : अधिकारियों को गुणवत्ता और गति सुनिश्चित करने के निर्देश।
- पांगुर झरिया नाला पर बन रहा उच्च स्तरीय पुल महीनों से रुका था।
- ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक सुदीप गुड़िया पहुंचे स्थल पर।
- निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
- विधायक ने मौके से उपायुक्त से बात कर कार्य पुनः शुरू करने को कहा।
- पुल बनते ही हजारों लोगों को आवागमन में राहत मिलने की उम्मीद।
बानो प्रखंड के बिंतुका पंचायत में पांगुर झरिया नाला पर निर्माणाधीन उच्च स्तरीय पुल एक बार फिर सुर्खियों में है। लंबे समय से रुके इस निर्माण कार्य से परेशान ग्रामीणों ने जब समस्या की जानकारी विधायक सुदीप गुड़िया को दी, तो वे तुरंत स्थल पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्य की वर्तमान स्थिति का बारीकी से जायजा लिया और इसे जल्द पूर्ण करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
कई महीनों से रुका काम, बढ़ी परेशानी
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पांगुर नाला के ऊपर पुल निर्माण कुछ महीनों से बंद पड़ा था, जिससे आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही थी। बारिश के समय स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, क्योंकि ग्रामीणों को नाला पार करना जोखिम भरा हो जाता है।
इस समस्या को गंभीर मानते हुए विधायक ने स्थलीय निरीक्षण को आवश्यक समझा और तुरंत मौके पर पहुंचे।
गुणवत्ता पर सख्ती—विधायक का निर्देश
निरीक्षण के दौरान विधायक सुदीप गुड़िया ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि निर्माण की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुल ग्रामीणों की सुविधा के लिए बन रहा है, इसलिए इसे मजबूती और टिकाऊपन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाना चाहिए।
विधायक ने यह भी बताया कि निर्माण की धीमी गति तथा रुकावटों के कारण जिन समस्याओं का सामना स्थानीय लोग कर रहे हैं, उन्हें अब और नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
मौके से ही डीसी को किया फोन, कार्य प्रारंभ का आदेश
निरीक्षण के दौरान ही विधायक ने लातेहार की उपायुक्त से फोन पर बात की और पुल निर्माण को तुरंत शुरू कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द तकनीकी और विभागीय बाधाओं का समाधान निकालकर कार्य को गति दे।
ग्रामीणों ने विधायक के इस सक्रिय हस्तक्षेप की सराहना की और कहा कि अब उम्मीद है कि वर्षों से लंबित यह पुल जल्द पूरा होगा।
पुल बनने से बदलेगी स्थिति
पांगुर नाला पर पुल नहीं होने से गांवों का संपर्क बाधित रहता है। दैनिक आवाजाही, बाजार, अस्पताल और स्कूल जाने में ग्रामीणों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
पुल बनने के बाद न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि क्षेत्र में स्थानीय विकास को भी गति मिलेगी। हजारों लोगों को सीधा लाभ पहुंचने वाला यह प्रोजेक्ट बानो और आसपास के इलाकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

न्यूज़ देखो: विकास कार्यों में रुचि दिखाना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी
पांगुर झरिया नाला पुल का निरीक्षण यह दर्शाता है कि जमीनी समस्याओं को समझने और हल निकालने में सक्रियता कितनी जरूरी है। लंबे समय से रुकी परियोजनाएँ विकास की रफ्तार को रोक देती हैं और आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में जनप्रतिनिधि यदि समय पर हस्तक्षेप करें, तो स्थितियाँ तेजी से सुधर सकती हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
ग्रामीण विकास की राह में आपका सहयोग भी जरूरी
जब जनता अपनी समस्याओं को आवाज देती है, तभी प्रशासन और जनप्रतिनिधि सक्रिय होते हैं।
ग्रामीणों की जागरूकता ही विकास योजनाओं को सही दिशा दे सकती है।
यदि आपकी पंचायत या क्षेत्र में भी कोई निर्माण कार्य अधूरा या रुका हुआ है, तो पहल करने में हिचकें नहीं।
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