
#गढ़वा #दुर्गापूजा : वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भूमि पूजन, श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी
- जय माँ शेरावाली संघ भागलपुर टंडवा ने दुर्गा पूजा पंडाल निर्माण का शुभारंभ किया।
- वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि-विधान के बीच हुआ भूमि पूजन।
- संयोजक दौलत सोनी, अध्यक्ष सुनील कुमार सहित पदाधिकारी और श्रद्धालु रहे मौजूद।
- सोशल मीडिया पर पंडाल का प्रारूप साझा होने से पहले से ही भक्तों में उत्साह।
- 2017 से लगातार आयोजन, पिछले दो वर्षों से संघ को नगर परिषद का प्रथम पुरस्कार।
गढ़वा जिले के भागलपुर टंडवा में जय माँ शेरावाली संघ ने इस वर्ष के भव्य दुर्गा पूजा पंडाल निर्माण की शुरुआत भूमि पूजन के साथ कर दी। वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा-विधि के बीच हुए इस आयोजन में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरे वातावरण में माँ दुर्गा के जयकारे गूंज उठे। भूमि पूजन के बाद पंडाल निर्माण का कार्य अब तेजी से शुरू होगा और आने वाले दिनों में यहाँ आस्था और भव्यता का संगम देखने को मिलेगा।
भव्य माहौल में भूमि पूजन
कार्यक्रम में संघ के संयोजक दौलत सोनी, अध्यक्ष सुनील कुमार, उपाध्यक्ष चंदन पासवान, संरक्षक संत कुमार गुरुजी, संजय चौधरी, सचिव विशाल गुप्ता, कोषाध्यक्ष आनंद कुमार, सुमित कुमार कश्यप, सन्नी कुमार, उज्जवल कुमार सहित पंडाल निर्माणकर्ता विकास तिवारी और तारा दादा मौजूद रहे। सभी ने मिलकर माँ दुर्गा से क्षेत्र की खुशहाली और आयोजन की सफलता की कामना की।
श्रद्धा और सामाजिक एकता का प्रतीक
संघ के संयोजक दौलत सोनी ने कहा कि यह आयोजन केवल पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि समाज को जोड़ने और एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर सदस्य माँ दुर्गा की सेवा में समर्पित है और इस बार का पंडाल पूरे इलाके में आस्था और आकर्षण का केंद्र बनेगा।
अध्यक्ष सुनील कुमार ने भूमि पूजन के मौके पर कहा:
“माँ दुर्गा की कृपा से हमारा संघ लगातार नई ऊँचाइयों को छू रहा है। हर साल भक्तों की अपेक्षाएँ बढ़ती हैं और हम सभी मिलकर इसे और भव्य बनाने का प्रयास करते हैं। इस वर्ष भी हमारा पंडाल पूरे क्षेत्र में आस्था और आकर्षण का केंद्र बनेगा।”
सोशल मीडिया से ही शुरू हुआ उत्साह
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जब संघ के संयोजक दौलत सोनी ने पंडाल का प्रारूप सोशल मीडिया पर साझा किया था, तभी से श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल बन गया था। अब भूमि पूजन संपन्न होने के बाद निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा। भक्तों को उम्मीद है कि माँ शेरावाली का यह दरबार पहले से भी अधिक भव्य और आकर्षक रूप में सामने आएगा।
परंपरा से सम्मान तक
संघ की यात्रा वर्ष 2017 से निरंतर चल रही है। अध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में इस आयोजन ने हर साल नई ऊँचाइयों को छुआ है। यही कारण है कि पिछले दो वर्षों से नगर परिषद द्वारा संघ को लगातार प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है। महज नौ वर्षों में संघ ने जिले भर में अपनी अलग पहचान बना ली है और इस बार भी लोगों की उम्मीदें इस आयोजन से पहले से कहीं अधिक जुड़ी हुई हैं।

न्यूज़ देखो: परंपरा और आधुनिकता का संगम
जय माँ शेरावाली संघ का यह आयोजन सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक एकजुटता, परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम है। हर साल की तरह इस बार भी लोगों की आस बंधी है कि संघ एक नया इतिहास रचेगा।
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आस्था से जुड़ें, समाज से जुड़ें
यह आयोजन हमें बताता है कि जब समाज एकजुट होकर काम करता है, तो भव्यता और आस्था दोनों मिलकर नई मिसाल पेश करते हैं। अब समय है कि हम सब इस आयोजन की सफलता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि आस्था और परंपरा की यह लौ और प्रज्वलित हो।