
#गढ़वा #सामूहिक_विवाह : #खोनहरनाथ में 21 बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की औपचारिक तैयारी शुरू।
गढ़वा जिले में सामाजिक सरोकार से जुड़े एक महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन द्वारा रमूना प्रखंड के अंचलाधिकारी विकास कुमार पांडेय को 21 बेटियों के सामूहिक विवाह समारोह का औपचारिक आमंत्रण पत्र सौंपा गया। फाउंडेशन की ओर से जिले के विभिन्न प्रखंडों के अधिकारियों को इस आयोजन में सहभागिता के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। यह आयोजन आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए सामाजिक सहयोग का बड़ा उदाहरण माना जा रहा है।
- जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन ने रमूना सीओ को सौंपा आमंत्रण पत्र।
- 21 बेटियों के सामूहिक विवाह का होगा आयोजन।
- सीओ विकास कुमार पांडेय को औपचारिक रूप से आमंत्रित किया गया।
- जिले के सभी प्रखंड अधिकारियों को समारोह में बुलाने की पहल।
- फाउंडेशन के पदाधिकारी और सदस्य मौके पर रहे उपस्थित।
गढ़वा जिले में सामाजिक समरसता और जनकल्याण की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन ने आगामी सामूहिक विवाह समारोह की तैयारियों को औपचारिक रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने रमूना प्रखंड के अंचलाधिकारी श्री विकास कुमार पांडेय से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रण पत्र सौंपा।
यह सामूहिक विवाह आयोजन जिले के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसके माध्यम से 21 बेटियों का विवाह एक साथ संपन्न कराया जाएगा। ऐसे आयोजन न केवल सामाजिक सहयोग की भावना को मजबूत करते हैं, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक बड़ा सहारा भी बनते हैं।
अधिकारियों को आमंत्रित करने की पहल
जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि जिले के सभी प्रखंडों के अधिकारियों को इस पावन आयोजन में आमंत्रित किया जाए, ताकि प्रशासनिक सहभागिता के साथ सामाजिक समन्वय का संदेश भी समाज तक पहुंचे। रमूना प्रखंड के अंचलाधिकारी को आमंत्रण पत्र सौंपना इसी क्रम की पहली कड़ी माना जा रहा है।
फाउंडेशन का मानना है कि जब प्रशासन और समाज मिलकर ऐसे आयोजनों में भागीदारी निभाते हैं, तो जरूरतमंद परिवारों को सम्मान और सहयोग दोनों मिलता है।
फाउंडेशन पदाधिकारियों की मौजूदगी
सीओ को आमंत्रण पत्र सौंपने के दौरान फाउंडेशन के कई प्रमुख पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। मौके पर फाउंडेशन के सचिव महाकाल तिवारी, अध्यक्ष संजीव कुमार दुबे, अजीत उपाध्याय, मुर्तुजा अंसारी और आर्यन मंसूरी की सक्रिय उपस्थिति रही। सभी ने आयोजन की रूपरेखा और उद्देश्य को लेकर चर्चा की।
फाउंडेशन सचिव महाकाल तिवारी ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह पूरी गरिमा और परंपराओं के अनुरूप संपन्न कराया जाएगा, ताकि बेटियों को सम्मानजनक विदाई मिल सके।
सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण
जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन पिछले कुछ समय से सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाता आ रहा है। सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों के माध्यम से संस्था न केवल आर्थिक बोझ को कम करने का प्रयास करती है, बल्कि समाज में समानता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देती है।
फाउंडेशन से जुड़े लोगों का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम समाज के उन वर्गों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होते हैं, जो सीमित संसाधनों के कारण अपने बच्चों का विवाह करने में कठिनाई महसूस करते हैं।
आगामी आयोजन को लेकर तैयारी तेज
आमंत्रण पत्र वितरण के साथ ही आयोजन की तैयारियां अब तेज हो गई हैं। फाउंडेशन द्वारा विवाह स्थल, व्यवस्थाएं, रस्मों की रूपरेखा और अतिथियों के स्वागत को लेकर भी योजना बनाई जा रही है। आने वाले दिनों में और भी प्रशासनिक व सामाजिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
न्यूज़ देखो: सामाजिक सहयोग की मजबूत मिसाल
जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन का यह कदम सामाजिक जिम्मेदारी और सामूहिक सहयोग की एक सशक्त मिसाल पेश करता है। प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित कर आयोजन को व्यापक स्वरूप देना समाज में सकारात्मक संदेश देता है। अब देखना होगा कि इस पहल से कितने जरूरतमंद परिवारों को सम्मान और राहत मिलती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बेटियों के सम्मान और समाज की भागीदारी का संदेश
सामूहिक विवाह जैसे आयोजन केवल विवाह नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक होते हैं। ऐसे प्रयासों से जरूरतमंद परिवारों को नई उम्मीद मिलती है और सामाजिक एकता मजबूत होती है।
आप भी इस तरह की सकारात्मक पहलों पर अपनी राय साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और सामाजिक जागरूकता फैलाने में योगदान दें।





