
#गढ़वा #सामाजिक_जागरूकता : रमना प्रखंड में जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन की टीम ने ग्रामीणों के बीच बाल विवाह, भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया।
- रमना प्रखंड के गम्हरिया पंचायत भवन में हुआ आयोजन।
- जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन ने चलाई जागरूकता मुहिम।
- रितेश तिवारी (महाकाल तिवारी) ने ग्रामीणों से की सीधी बातचीत।
- बाल विवाह, भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा के खिलाफ लोगों को किया प्रेरित।
- फरवरी में 21 बेटियों का सामूहिक विवाह आयोजित किया जाएगा।
- संजीव दुबे, प्रियांशु दुबे, अंजन धर दुबे, आफताब आलम, चंदन दुबे, प्रवीण शुक्ला रहे उपस्थित।
गढ़वा जिले के रमना प्रखंड अंतर्गत गम्हरिया पंचायत भवन में सोमवार को जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन की टीम ने ग्रामीणों के बीच सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को बाल विवाह, भ्रूण हत्या, और दहेज जैसी बुराइयों से मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में प्रेरित करना था।
फाउंडेशन का उद्देश्य और प्रयास
फाउंडेशन के सचिव रितेश तिवारी उर्फ महाकाल तिवारी ने ग्रामीणों से सीधी बातचीत करते हुए संस्था के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन का लक्ष्य समाज में व्याप्त बुराइयों को समाप्त कर समानता और संवेदनशीलता पर आधारित समाज का निर्माण करना है।
रितेश तिवारी ने कहा: “हमारी संस्था का उद्देश्य केवल विवाह कराना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच फैलाना है। आने वाले फरवरी माह में 21 बहनों और बेटियों का विवाह बाबा खोनहरनाथ मंदिर परिसर में विधि-विधान से सामूहिक रूप से कराया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि ऐसे जरूरतमंद परिवार जिनकी बेटियों की शादी आर्थिक कारणों से नहीं हो पा रही है, वे संस्था के कार्यालय या वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं। फाउंडेशन गरीब और असहाय परिवारों की सहायता के लिए निरंतर कार्यरत है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि कोई भी बेटी सिर्फ गरीबी के कारण विवाह से वंचित न रहे।
सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एकजुटता का संदेश
अभियान के दौरान ग्रामीणों को बाल विवाह, भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहने की शपथ दिलाई गई। फाउंडेशन की टीम ने लोगों से अपील की कि वे समाज में समान अवसर और सम्मानजनक जीवन के अधिकार के लिए एकजुट होकर कार्य करें।
रितेश तिवारी ने कहा: “यदि हम सब मिलकर बाल विवाह और भ्रूण हत्या के खिलाफ खड़े होंगे, तो आने वाली पीढ़ी को एक सुरक्षित और प्रगतिशील समाज दे सकेंगे।”
अध्यक्ष संजीव दुबे ने दिया सामाजिक सेवा का संदेश
इस मौके पर फाउंडेशन के अध्यक्ष संजीव दुबे ने कहा कि संस्था न केवल विवाह आयोजन में बल्कि अन्य सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि संस्था की टीम रक्तदान, भोजन, वस्त्र वितरण और आपातकालीन सहायता जैसे क्षेत्रों में भी कार्य कर रही है।
संजीव दुबे ने कहा: “हमारा संकल्प है कि जरूरतमंद लोगों की हर संभव सहायता की जाए—चाहे वह विवाह, भोजन या जीवन रक्षक सहायता हो। हमारी टीम समाज सेवा के लिए हर समय तत्पर है।”
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में संस्था पूरे जिले में बाल विवाह रोकथाम, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, और भ्रूण हत्या विरोधी मुहिम को और गति देगी।
स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और संस्था के कार्यों की सराहना की। लोगों ने कहा कि इस तरह के अभियानों से गांवों में सकारात्मक सोच और सामाजिक सुधार का वातावरण बनता है।
कार्यक्रम में प्रियांशु दुबे, अंजन धर दुबे, आफताब आलम, चंदन दुबे, और प्रवीण शुक्ला समेत कई स्थानीय समाजसेवी उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सामाजिक परिवर्तन की नई पहल
जानकी सामूहिक विवाह फाउंडेशन का यह अभियान न केवल एक सामाजिक प्रयास है बल्कि यह संदेश देता है कि जब समाज खुद जागरूक होता है तो बदलाव निश्चित होता है। बाल विवाह, भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा जैसी बुराइयों को समाप्त करने के लिए ऐसी संस्थाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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समाज सुधार में भागीदारी ही सच्ची सेवा
यदि हर नागरिक अपने स्तर से सामाजिक बुराइयों के खिलाफ कदम उठाए, तो देश में बदलाव की बयार तेज़ी से फैलेगी। बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हमारी साझा जिम्मेदारी है।
सजग बनें, समाज बदलें
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