
#महुआडांड़ #विकासकार्य : एनजीटी की रोक हटने के बाद बोहटा और अक्सी नदी घाट से बालू उठाव शुरू – निर्माण कार्यों में तेजी की उम्मीद
- एनजीटी द्वारा लगाई गई रोक हटने के बाद महुआडांड़ प्रखंड क्षेत्र में फिर शुरू हुआ बालू उठाव।
- बोहटा नदी घाट से मुखिया रेणुका टोप्पो ने रसीद काटकर किया विधिवत उद्घाटन।
- अक्सी नदी घाट पर भी प्रशासनिक अनुमति के बाद उठाव कार्य आरंभ हुआ।
- बालू की कमी से ठप पड़े विकास और निर्माण कार्यों में अब आने वाली है तेजी।
- स्थानीय लोगों ने उठाव शुरू होने पर खुशी जताई, कहा – अब क्षेत्र में नई रफ्तार से होंगे विकास कार्य।
महुआडांड़ प्रखंड क्षेत्र में करीब पंद्रह दिनों की प्रतीक्षा के बाद आखिरकार बालू उठाव की गूंज सुनाई देने लगी है। एनजीटी द्वारा लगाई गई रोक हटने के बाद अब बोहटा और अक्सी नदी घाट से बालू उठाव का कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है। इससे क्षेत्र के ठप पड़े विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है और ग्रामीण इलाकों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
बोहटा नदी घाट से हुई विधिवत शुरुआत
बोहटा नदी घाट पर बालू उठाव की शुरुआत चैनपुर की मुखिया रेणुका टोप्पो द्वारा की गई, जिन्होंने विधिवत रसीद काटकर कार्य का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीण और मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी। लंबे समय से बालू उठाव बंद रहने के कारण निर्माण कार्य रुक गए थे और मजदूरों को रोजगार की भी समस्या झेलनी पड़ रही थी। अब बालू उठाव शुरू होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
अक्सी नदी घाट पर भी शुरू हुआ कार्य
दूसरी ओर, अक्सी नदी घाट पर भी प्रशासनिक अनुमति प्राप्त होने के बाद बालू उठाव शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए ही यह कार्य शुरू किया गया है ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे और अवैध खनन पर नियंत्रण रखा जा सके।
विकास कार्यों को मिलेगी नई रफ्तार
बालू की उपलब्धता बढ़ने से अब सड़कों, पुल-पुलिया, सरकारी भवनों और ग्रामीण योजनाओं में तेजी आने की संभावना है। बालू की कमी के कारण महीनों से रुके पड़े कार्यों के पुनः आरंभ से सरकारी परियोजनाओं को गति मिलेगी। ग्रामीणों का कहना है कि अब उन्हें अपने ही क्षेत्र में रोजगार के मौके मिलेंगे और ठेकेदारों को दूर-दराज से बालू मंगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
स्थानीय खुशी और उम्मीदें
स्थानीय लोगों ने बालू उठाव शुरू होने पर खुशी जताई है। उन्होंने बताया कि बालू की अनुपलब्धता के कारण घर निर्माण, पंचायत भवन और सड़क निर्माण जैसे कई कार्य अधूरे रह गए थे। अब स्थिति सुधरने से लोगों को राहत मिली है।
न्यूज़ देखो: विकास की राह पर लौटता महुआडांड़
महुआडांड़ क्षेत्र में बालू उठाव का फिर से शुरू होना न केवल निर्माण कार्यों के लिए राहत है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी संजीवनी साबित होगा। नियमों का पालन करते हुए प्रशासन और जनप्रतिनिधि यदि समन्वय बनाए रखें, तो आने वाले महीनों में क्षेत्र में कई अधूरे कार्य पूरे हो सकते हैं।
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अब वक्त है नई शुरुआत का
महुआडांड़ के लोगों के लिए यह सिर्फ बालू उठाव नहीं, बल्कि विकास की नई राह का संकेत है। जब संसाधन उपलब्ध हों और प्रशासनिक निगरानी सही दिशा में हो, तब हर क्षेत्र प्रगति कर सकता है। अब जरूरी है कि हम सब इस बदलाव में अपनी भूमिका निभाएं, नियमों का सम्मान करें और निर्माण कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करें।
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