
#सिमडेगा #राज्यस्थापनादिवस : 11 से 15 नवम्बर तक जिले में जनभागीदारी वाले विविध कार्यक्रमों की धूम
- उपायुक्त कंचन सिंह के नेतृत्व में 11 से 15 नवम्बर तक होगा आयोजन।
- उत्सव की शुरुआत कल सुबह “Run for Jharkhand” कार्यक्रम से होगी।
- 12 नवम्बर को “सुबह ए झारखंड” के तहत रंगोली और स्ट्रीट डांस प्रतियोगिता।
- 13 नवम्बर को “Know Your Tourist Place” थीम पर साइकिल रेस का आयोजन।
- 14 नवम्बर को पेंटिंग, क्विज़ और “जतरा कार्यक्रम” के जरिए सांस्कृतिक झांकियों की प्रस्तुति।
- 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और राज्य स्थापना दिवस पर होगा समापन समारोह।
सिमडेगा जिले में झारखंड राज्य स्थापना दिवस के 25वें वर्ष और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 11 से 15 नवम्बर 2025 तक भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर पूरे जिले में जनभागीदारी, संस्कृति, खेल और एकता का माहौल देखने को मिलेगा। कार्यक्रमों की रूपरेखा उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह के नेतृत्व में तैयार की गई है।
“Run for Jharkhand” से होगी उत्सव की शुरुआत
11 नवम्बर को सुबह 7:00 से 8:00 बजे तक “Run for Jharkhand” का आयोजन किया जाएगा। यह दौड़ परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से शुरू होकर बाजार टांड़ – सिमडेगा कॉलेज मोड़ – केलाघाघ मोड़ – महावीर चौक – झूलन सिंह चौक होते हुए पुनः स्टेडियम में समाप्त होगी।
इसी दिन सभी प्रखंडों के प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, जो जिले के गांवों और पंचायतों में जाकर “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी आम जनता तक पहुँचाएंगे।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “यह केवल उत्सव नहीं, बल्कि झारखंड की जनता की भागीदारी और गर्व का प्रतीक है।”
“सुबह ए झारखंड” में रंगोली और स्ट्रीट डांस की चमक
12 नवम्बर की सुबह 6 से 8 बजे तक अल्बर्ट एक्का स्टेडियम परिसर में “सुबह ए झारखंड” कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें विद्यालयों के विद्यार्थी और शहर की महिलाएँ रंगोली प्रतियोगिता में भाग लेंगी। साथ ही, स्ट्रीट डांस कार्यक्रम में क्षेत्रीय कलाकार, छात्र-छात्राएँ और पदाधिकारी झारखंडी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करेंगे।
“Know Your Tourist Place” — पर्यटन जागरूकता के लिए साइकिल रेस
13 नवम्बर को “Know Your Tourist Place” थीम के अंतर्गत साइकिल रेस का आयोजन होगा। यह रेस अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से शुरू होकर केलाघाघ पर्यटन स्थल तक जाएगी। इसका उद्देश्य जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के प्रति युवाओं में जागरूकता और गर्व की भावना बढ़ाना है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं की धूम
14 नवम्बर को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक स्टेडियम में पेंटिंग और क्विज़ प्रतियोगिता होगी। संध्या 5 बजे से “जतरा कार्यक्रम” के तहत लोकनृत्य, सांस्कृतिक झांकियाँ और पारंपरिक प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। यह झांकी अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से झूलन सिंह चौक – नीचे बाजार – पुनः स्टेडियम तक निकाली जाएगी।
15 नवम्बर — झारखंड गौरव दिवस और समापन समारोह
15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिले व सभी प्रखंड मुख्यालयों में स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा।
इसके बाद नगर भवन (टाउन हॉल) में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन एक भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ होगा, जिसमें स्थानीय कलाकार राज्य की विविध सांस्कृतिक विरासत प्रस्तुत करेंगे।
उपायुक्त कंचन सिंह ने अपील की: “यह पर्व हर सिमडेगा वासी का है। सभी नागरिक, विद्यार्थी और संगठन बढ़-चढ़कर हिस्सा लें ताकि राज्य स्थापना दिवस @25 झारखंड को गौरवपूर्ण और यादगार बनाया जा सके।”
प्रशासन और मीडिया की भूमिका
उपायुक्त ने जिले के सभी पदाधिकारियों से इन कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। साथ ही, मीडिया प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया गया है कि वे राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार में सहयोग करें, ताकि जनभागीदारी अधिकतम हो और सिमडेगा विकास और एकता का प्रतीक बन सके।


न्यूज़ देखो: सिमडेगा का उत्सव — जनता की भागीदारी, झारखंड की पहचान
झारखंड की रजत जयंती केवल इतिहास नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी का उत्सव है। सिमडेगा में 11 से 15 नवम्बर तक चलने वाला यह आयोजन राज्य की संस्कृति, एकता और प्रगति का जीवंत प्रतीक बनेगा। उपायुक्त के नेतृत्व में यह पहल दिखाती है कि सरकार जनसहभागिता के माध्यम से झारखंड को नई पहचान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
झारखंड के रंगों में सिमडेगा की चमक
यह रजत पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक अवसर है—अपने राज्य को समझने, सम्मान देने और संवारने का।
सिमडेगा की गलियों में जब “रन फॉर झारखंड” की गूंज उठेगी, तो यह केवल दौड़ नहीं, बल्कि एकता की आवाज़ होगी।
आइए, इस ऐतिहासिक पर्व में शामिल होकर अपने राज्य की गौरवगाथा का हिस्सा बनें।
खबर साझा करें, अपनी राय बताएं और दूसरों को भी इस उत्सव में भाग लेने के लिए प्रेरित करें —
क्योंकि झारखंड की ताकत उसकी जनता है, और उसकी पहचान हम सब हैं।




