
#गुमला #स्वास्थ्य_निरीक्षण : सदर अस्पताल और कुपोषण उपचार केंद्र में स्वच्छता, भोजन गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की संयुक्त टीम द्वारा गहन जाँच
- उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर संयुक्त निरीक्षण अभियान चलाया गया।
- कार्रवाई का नेतृत्व खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चंद्र गुग्गी और तंबाकू निषेध पदाधिकारी वंदना स्मिता होरो ने किया।
- सदर अस्पताल रसोईघर में स्वच्छता, स्टोरेज, भोजन गुणवत्ता और हाइजीन प्रैक्टिस की जांच।
- एमटीसी (कुपोषण उपचार केंद्र) में बच्चों के भोजन और सप्लिमेंटरी फूड की व्यवस्था की समीक्षा।
- टीम ने कई सुधारात्मक निर्देश जारी किए, आगे भी ऐसे निरीक्षण जारी रखने की घोषणा।
गुमला: जिले में खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित मानकों को मजबूत करने के उद्देश्य से बुधवार को गुमला खाद्य सुरक्षा विभाग और तंबाकू निषेध टीम ने संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया। यह कार्रवाई उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर की गई। निरीक्षण टीम का नेतृत्व खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चंद्र गुग्गी और तंबाकू निषेध पदाधिकारी वंदना स्मिता होरो ने किया।
सदर अस्पताल रसोईघर में विस्तृत जांच
संयुक्त टीम ने सबसे पहले सदर अस्पताल, गुमला में औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने रसोईघर में साफ-सफाई, भोजन की ताजगी, भंडारण व्यवस्था, तापमान नियंत्रण और हाइजीन प्रोटोकॉल की स्थिति की विस्तृत जांच की।
टीम ने किचन स्टाफ से भोजन तैयार करने की प्रक्रिया, उपयोग किए जा रहे पानी की गुणवत्ता, एप्रन और ग्लव्स जैसे स्वच्छता उपकरणों के उपयोग को लेकर भी जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल प्रबंधन को रसोईघर की स्वच्छता बढ़ाने, भोजन सामग्री को सही ढंग से संग्रहीत करने और दैनिक हाइजीन मानकों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए।
एमटीसी केंद्र में बच्चों के भोजन की गुणवत्ता पर फोकस
निरीक्षण टीम ने इसके बाद एमटीसी (कुपोषण उपचार केंद्र) का निरीक्षण किया, जहाँ कुपोषित बच्चों के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले सप्लिमेंटरी फूड, दूध, तेल, डालिया, और रेडी-टू-यूज़ फूड की गुणवत्ता और रखरखाव व्यवस्था की जांच की गई।
टीम ने यह सुनिश्चित किया कि बच्चों को दिए जाने वाले भोजन एवं सप्लिमेंट वैज्ञानिक मानकों के अनुसार सुरक्षित और ताजा हों।
टीम द्वारा सुझाए गए सुधार बिंदु
- भोजन और सप्लिमेंट का सही तापमान पर सुरक्षित भंडारण।
- बच्चों को प्रदान किए जाने वाले भोजन की नियमित गुणवत्ता जांच।
- भोजन परोसने के दौरान हाइजीनिक प्रैक्टिस का सख्त पालन।
आगे भी जारी रहेगा निरीक्षण अभियान
निरीक्षण के अंत में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिले में खाद्य सुरक्षा, जनस्वास्थ्य, और तंबाकू निषेध कानूनों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अभियान लगातार चलाए जाएंगे।
उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यदि खाद्य सुरक्षा से जुड़ी कोई भी अनियमितता दिखे, तो वे तुरंत फूड कनेक्ट एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करें, जिससे विभाग तत्परता से कार्रवाई कर सके।



न्यूज़ देखो: स्वच्छ भोजन सुरक्षित स्वास्थ्य
गुमला की इस संयुक्त कार्रवाई ने यह संदेश दिया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े मानकों पर जिले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रसोईघर से लेकर एमटीसी तक किए गए निरीक्षण प्रशासन की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वच्छता और सुरक्षा—आपकी सहभागिता ज़रूरी
सुरक्षित भोजन केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामुदायिक भागीदारी से ही संभव है।
स्वास्थ्य सुविधाओं में देखी गई अनियमितताओं की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें।
स्वच्छता और पोषण के महत्व को अपने आसपास के लोगों तक पहुँचाएँ।
अगर आप सुरक्षित भोजन अभियान को समर्थन देते हैं, तो इस खबर को साझा करें और अपनी राय कमेंट में बताएं।





