कांडी: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक गंभीर मामला कांडी प्रखंड के अधौरा स्वास्थ्य उपकेंद्र में सामने आया है। गुरुवार को ओपीडी में इलाज कराने आए मरीजों को एक्सपायर हो चुकी दवा दी गई। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अजय यादव, पिता अवधेश यादव, जो सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित थे, अपनी जांच कराकर दवा लेने पहुंचे। उन्हें जो दवा दी गई, वह नवंबर 2024 में ही एक्सपायर हो चुकी थी। अजय यादव ने दवा घर जाकर जांची, तब यह बात सामने आई। उन्होंने तुरंत स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी जानकारी दी, लेकिन इसके बावजूद अन्य मरीजों को भी वही दवा बांटी गई।
“मैंने दवा लेकर घर जाने के बाद देखा कि यह नवंबर में एक्सपायर हो चुकी है। स्वास्थ्य कर्मियों को बताने के बावजूद वही दवा अन्य मरीजों को दी जा रही थी,” अजय यादव ने कहा।
स्वास्थ्य उपकेंद्र में पदस्थापित एएनएम गीता रानी ने इस मामले पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वे फील्ड वर्क के लिए गांव से बाहर थीं और केंद्र में मौजूद नहीं थीं। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी अनुराधा लोध ने स्वीकार किया कि उनकी गलती से यह चूक हुई। उन्होंने कहा, “मैं दवा की तारीख नहीं देख पाई थी, इसलिए एक्सपायर दवा बांट दी गई।”
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब बरसों तक बंद पड़े अधौरा स्वास्थ्य उपकेंद्र को पुनः चालू किया गया है। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद यहां ताला खुला था, लेकिन अब मरीजों के साथ ऐसी लापरवाही ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल:
यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है। अब देखना होगा कि संबंधित अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और मरीजों को सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।