
#बरवाडीह #शिक्षा_विभाग : पीएम पोषण योजना में अनियमितता पाए जाने पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने की बड़ी कार्रवाई
- कल्याणपुर मिडिल स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश सिंह निलंबित।
- मध्यान भोजन योजना में अनियमितता बरतने के गंभीर आरोप।
- बच्चों को तीन दिन तक सिर्फ बिस्किट दिए जाने की शिकायत पर कार्रवाई।
- सीओ मनोज कुमार की जांच में आरोप साबित होने के बाद निलंबन।
- निलंबन अवधि में मुख्यालय चंदवा बीईईओ कार्यालय तय।
गड़बड़ी के खिलाफ जिला शिक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड के अंतर्गत कल्याणपुर गांव स्थित अपग्रेडेड मिडिल स्कूल में मध्यान भोजन योजना (पीएम पोषण शक्ति निर्माण योजना) के संचालन में गंभीर लापरवाही सामने आई है। इस आरोप के बाद जिला शिक्षा अधीक्षक ने प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिकेश सिंह को ज्ञापांक-1054 दिनांक 18 जुलाई 2025 के तहत निलंबित कर दिया।
बच्चों की शिकायत बनी जांच का आधार
स्कूल के छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें लगातार तीन दिनों तक केवल बिस्किट दिए गए। यह शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची, जिसके बाद मामले को गंभीरता से लिया गया। बरवाडीह सीओ मनोज कुमार ने 24 जून 2025 को खुद स्कूल का निरीक्षण किया। जांच में आरोप सत्य पाए गए।
सीओ मनोज कुमार ने कहा: “जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि मध्यान भोजन योजना का सही संचालन नहीं किया गया। यह बच्चों के स्वास्थ्य और अधिकारों के साथ खिलवाड़ है।”
समिति की अनुशंसा और निलंबन आदेश
सीओ द्वारा तैयार रिपोर्ट को जिला स्थापना समिति के समक्ष 08 जुलाई 2025 को हुई बैठक में प्रस्तुत किया गया। समिति ने हेडमास्टर को निलंबित करने और उनके खिलाफ प्रपत्र ‘क’ गठन करने की अनुशंसा की। इसी आधार पर डीएसई ने निलंबन आदेश जारी किया और विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी।
निलंबन अवधि में मुख्यालय चंदवा
जिला शिक्षा अधीक्षक ने आदेश में कहा है कि निलंबन अवधि के दौरान ऋषिकेश सिंह का मुख्यालय चंदवा के बीईईओ कार्यालय रहेगा। उन्हें वहां बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद बरवाडीह प्रखंड के अन्य लापरवाह शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शिक्षा विभाग ने संकेत दिया है कि मध्यान भोजन योजना में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
न्यूज़ देखो: बच्चों के हक में सख्ती का संदेश
शिक्षा विभाग की यह कार्रवाई दिखाती है कि बच्चों के अधिकारों के साथ कोई समझौता नहीं होगा। मध्यान भोजन जैसी महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही भविष्य की पीढ़ी के स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कदम उठाना जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा में जिम्मेदारी का समय
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