
#गढ़वा #शिक्षा_सुरक्षा : सुंडीपुर विद्यालय की जमीन जेसीबी से अतिक्रमण मुक्त कराई गई।
कांडी, गढ़वा में सुंडीपुर मध्य विद्यालय की जमीन को झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश के तहत सोमवार को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध मकान और झुग्गी-झोपड़ियों को जेसीबी से ध्वस्त किया गया। प्रशासनिक टीम में अंचल अधिकारी राकेश सहाय और थाना प्रभारी अशफाक आलम ने अभियान का नेतृत्व किया। इस कार्रवाई से विद्यालय का मूल स्वरूप बहाल और खेल मैदान साफ हुआ।
- स्थान: सुंडीपुर मध्य विद्यालय, कांडी, गढ़वा।
- कार्रवाई की तिथि: सोमवार, हाल ही में।
- अतिक्रमण हटाए गए: अवैध मकान और झुग्गी-झोपड़ियां।
- प्रमुख अधिकारी: अंचल अधिकारी राकेश सहाय, थाना प्रभारी अशफाक आलम।
- सहायक अधिकारी: अंचल निरीक्षक संदीप गुप्ता, राजस्व कर्मचारी गणेश चौधरी, अंचल अमीन धर्मेंद्र विश्वकर्मा।
- अतिक्रमणकर्ता: सुरेश राम, बुधन राम, मध्या कुंवर, जीतकेश्वर पासवान।
सुंडीपुर मध्य विद्यालय की सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए बड़ा अभियान चलाया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी द्वारा स्कूल परिसर में बनाए गए अवैध मकान और झुग्गी-झोपड़ियों को ध्वस्त किया गया। अतिक्रमण हटाने के लिए सुरेश राम, बुधन राम, मध्या कुंवर और जीतकेश्वर पासवान द्वारा बनाए गए निर्माण हटाए गए। कार्रवाई के दौरान कुछ देर अफरा-तफरी का माहौल रहा, लेकिन पुलिस ने स्थिति पूरी तरह नियंत्रित की।
प्रशासनिक टीम की भूमिका
अभियान का नेतृत्व अंचल अधिकारी राकेश सहाय और थाना प्रभारी अशफाक आलम ने किया। मौके पर अंचल निरीक्षक संदीप गुप्ता, राजस्व कर्मचारी गणेश चौधरी, और अंचल अमीन धर्मेंद्र विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। अंचल अधिकारी ने बताया:
अंचल अधिकारी राकेश सहाय ने कहा: “अतिक्रमणकारियों को पहले कई बार नोटिस देकर पर्याप्त समय दिया गया था, इसके बावजूद जमीन खाली नहीं की गई। न्यायालय के आदेश के आलोक में आज विद्यालय परिसर को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त कराया गया।”
प्रशासन का संदेश
अंचल अधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि सरकारी जमीन का संरक्षण प्राथमिकता है और किसी भी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में स्कूल परिसरों और सार्वजनिक संपत्तियों के संरक्षण के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेगी।
विद्यालय और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
विद्यालय परिसर में जमीन खाली होने से शिक्षकों और ग्रामीणों ने राहत जताई। अब विद्यालय का खेल मैदान और अन्य विकास कार्य बिना किसी बाधा के संचालित होंगे। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन की यह कार्रवाई विद्यालय परिसर के मूल स्वरूप को बहाल करने और बच्चों के लिए बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने में मदद करेगी।
न्यूज़ देखो: सुंडीपुर विद्यालय अतिक्रमण मुक्त
यह कहानी यह दर्शाती है कि न्यायालय के आदेश और प्रशासनिक कार्रवाई के माध्यम से सरकारी संपत्ति को सुरक्षित किया जा सकता है। अतिक्रमण हटाने की यह पहल स्कूल परिसर के विकास और बच्चों की शिक्षा के लिए सकारात्मक उदाहरण है। भविष्य में ऐसी कार्रवाई से अन्य अतिक्रमणों पर भी प्रभाव पड़ेगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सक्रिय नागरिक बनें और बच्चों के भविष्य के लिए कदम उठाएं
सभी नागरिकों को सरकारी संपत्ति के संरक्षण और शिक्षा के अधिकार के प्रति जागरूक रहना चाहिए। स्कूल परिसर में अतिक्रमण हटाने जैसी पहल से बच्चों का भविष्य सुरक्षित होता है। अपने आस-पास के सरकारी संस्थानों और विद्यालयों की निगरानी करें। अपने विचार कमेंट में साझा करें, इस खबर को दूसरों तक पहुंचाएं और जिम्मेदारी से जुड़ें।





