दिनांक 05 दिसंबर 2024 को खूंटी पुलिस ने कर्रा थाना क्षेत्र के करमडीह जंगल में छापेमारी कर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य गोविंद मांझी उर्फ राजन दा को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक खूंटी के निर्देशन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तोरपा के नेतृत्व में की गई।
गिरफ्तारी का विवरण
गुप्त सूचना के आधार पर करमडीह जंगल में छापेमारी के दौरान गोविंद मांझी संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया। तलाशी में उसके पास से निम्न सामग्रियां बरामद हुईं:
- एक देसी कट्टा।
- तीन जिंदा कारतूस।
- दो मोबाइल फोन।
- पीएलएफआई संगठन के पर्चे।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने खूंटी, रांची, सिमडेगा और चाईबासा जिलों में लेवी और आगजनी जैसी कई घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की।
अपराधिक इतिहास
गोविंद मांझी का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। उसके खिलाफ खूंटी जिले के तोरपा, रनिया और तपकरा थानों में हत्या, आगजनी, हथियार रखने और अन्य गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। इन मामलों में हत्या के प्रयास और प्रतिबंधित हथियार कानून (आर्म्स एक्ट) के तहत दर्ज मामले शामिल हैं।
छापामारी दल
छापेमारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी खिस्तोफर केरकेट्टा, तोरपा अंचल निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस का बयान
पुलिस ने इस गिरफ्तारी को उग्रवाद विरोधी प्रयासों में बड़ी सफलता बताया है। गोविंद मांझी की गिरफ्तारी से क्षेत्र में पीएलएफआई की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
खूंटी पुलिस ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।