
#पलामू #कोयलनदी #बाढ़_अलर्ट : मेदिनीनगर और तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी — 20 जून तक भारी बारिश की चेतावनी, प्रशासन सतर्क
- कोयल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, नदी तेज वेग से बह रही है
- नदी किनारे बसे इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की अपील
- भीम बराज के ऊपर बारिश का पानी तेजी से बढ़ रहा है
- 20 जून तक जारी है भारी बारिश का अलर्ट
- मेदिनीनगर के पहाड़ी मोहल्ला और हनुमान नगर में खतरे की आशंका
तेज बारिश ने बढ़ाई चिंता, कोयल नदी फिर उफान पर
पलामू जिले में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने कोयल नदी को उफान पर ला दिया है। नदी का जलस्तर लगातार तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी है। खासकर भीम बराज के ऊपरी हिस्सों में बारिश का पानी बढ़ने से हालात और गंभीर हो सकते हैं।
निचले इलाकों के लोग रहें सतर्क
प्रशासन ने मेदिनीनगर शहर के पहाड़ी मोहल्ला, हनुमान नगर और अन्य तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया है। अतीत में भी इन इलाकों में पानी घुसने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे जलभराव, जनजीवन अस्त-व्यस्त और शहरी जलापूर्ति व्यवस्था ठप हो गई थी।
स्थानीय प्रशासन ने अपील की: “लोग नदी किनारे न जाएं, सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।”
20 जून तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 20 जून 2025 तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है। आपदा प्रबंधन दल और पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पुलों को भी खतरा, आवागमन पर असर संभव
गढ़वा और पलामू को जोड़ने वाले कुछ पुराने पुल भी जलस्तर बढ़ने से जोखिम में आ सकते हैं। बीते वर्षों में इसी तरह की बाढ़ की स्थिति में कई पुलों को नुकसान पहुंचा था, जिससे आवागमन पर रोक लगानी पड़ी थी और लोगों की दैनिक जिंदगी प्रभावित हुई थी।
न्यूज़ देखो: सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा
बारिश का कहर जब कोयल नदी को रौद्र रूप में ला देता है, तब सबसे ज़रूरी होता है — सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया। प्रशासन को चाहिए कि तटवर्ती इलाकों में लगातार निगरानी रखे और राहत शिविरों की पूर्व व्यवस्था करे। न्यूज़ देखो की टीम पलामू से जुड़ी हर चेतावनी और जमीनी हकीकत आप तक लाती रहेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपने क्षेत्र की जलवायु और खतरे को समझना, आपकी सुरक्षा का पहला कदम है। बारिश के मौसम में सजग रहें, सुरक्षित रहें — और इस खबर को शेयर कर दूसरों को भी जागरूक बनाएं।
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