
#बरवाडीह #शिक्षा_समारोह : कुटमू मिडिल स्कूल में 12 वर्षों की सेवा के बाद शिक्षक रूडोल्फ मिंज का भावनात्मक विदाई समारोह संपन्न
- कुटमू मिडिल स्कूल में शुक्रवार को शिक्षक रूडोल्फ मिंज के सेवानिवृत्ति पर सादा किन्तु भावनात्मक विदाई समारोह आयोजित हुआ।
- कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक नरेन्द्र राम ने की और स्कूल प्रबंधन समिति व शिक्षकों ने संयुक्त रूप से आयोजन किया।
- विद्यार्थियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अपने प्रिय शिक्षक का अभिनंदन किया।
- सहकर्मियों ने उन्हें सरल स्वभाव, अनुशासनप्रियता और समर्पण के लिए सराहा।
- अंत में शिक्षक को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के बेतला पंचायत अंतर्गत ग्राम कुटमू मिडिल स्कूल का माहौल शुक्रवार को भावनाओं से भर गया जब विद्यालय परिवार ने शिक्षक रूडोल्फ मिंज को सेवानिवृत्ति के अवसर पर विदाई दी। 12 वर्षों की लंबी सेवा अवधि में मिंज ने कई पीढ़ियों को शिक्षा का उजाला दिया और अपने समर्पित कार्य के माध्यम से समाज में शिक्षण की सच्ची मिसाल पेश की। कार्यक्रम सादगीपूर्ण होने के बावजूद उसमें सम्मान और आत्मीयता का गहरा भाव था।
भावनाओं से भरा सादगीपूर्ण आयोजन
समारोह की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक नरेन्द्र राम ने की। कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षक रूडोल्फ मिंज के कार्यकाल और उनकी शिक्षण शैली को याद करते हुए हुई। विद्यालय के छात्रों ने स्वागत गीत गाकर अपने प्रिय गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर उनके लंबे सेवाकाल को याद किया और विद्यालय में उनके योगदान की सराहना की।
प्रधानाध्यापक नरेन्द्र राम ने कहा: “रूडोल्फ मिंज न केवल एक शिक्षक रहे, बल्कि एक मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत भी रहे हैं। उन्होंने सदैव छात्रों में अनुशासन, मेहनत और मानवता के मूल्यों को विकसित करने का कार्य किया।”
सहकर्मियों और विद्यार्थियों ने दी शुभकामनाएं
सहकर्मी शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि मिंज सर अपने सरल स्वभाव, समय की पाबंदी और विद्यार्थियों के प्रति समर्पण के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। इस अवसर पर शिक्षक रंजीत सिंह, नगु प्रसाद समेत कई शिक्षकों ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य और अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामनाएं दीं।
विद्यार्थियों ने भी अपने प्रिय शिक्षक को पुष्पगुच्छ और शुभकामना कार्ड भेंट किए। कुछ विद्यार्थी भावुक होकर बोले कि मिंज सर ने उन्हें केवल किताबों से नहीं, बल्कि जीवन से भी सीखने की प्रेरणा दी।
कृतज्ञता और आत्मीयता के शब्दों में छलका विदाई का भाव
कार्यक्रम के अंत में सेवानिवृत्त शिक्षक रूडोल्फ मिंज ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शिक्षण केवल एक पेशा नहीं, बल्कि यह सेवा का माध्यम है।
रूडोल्फ मिंज ने कहा: “मैं इस स्कूल के बच्चों और साथियों से हमेशा जुड़ा रहूंगा। यही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।”
समारोह के दौरान विद्यालय परिवार ने उन्हें शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। वातावरण में एक ओर विदाई की संवेदना थी तो दूसरी ओर उनकी सेवा भावना के प्रति गर्व भी।
गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
इस अवसर पर बरवाडीह की भूतपूर्व मुखिया सुनीता टोप्पो, पूर्व मुखिया बेतला संजय सिंह, ग्राम प्रधान कुटमू रामचलितर सिंह, वार्ड सदस्य जमूना सिंह, जय प्रकाश बैठा, सहिया सुनीला देवी, तथा विद्यालय की रसोईया समेत कई स्थानीय लोग उपस्थित रहे। सभी ने रूडोल्फ मिंज को उनके योगदान के लिए सम्मानपूर्वक विदाई दी।



न्यूज़ देखो: सादगी में छिपी सेवा की मिसाल
कुटमू मिडिल स्कूल का यह विदाई समारोह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि एक शिक्षक के जीवन भर की निष्ठा और समर्पण का सम्मान था। रूडोल्फ मिंज जैसे शिक्षकों की भूमिका ने ग्रामीण शिक्षा को नई दिशा दी है। ऐसे शिक्षक समाज की नींव होते हैं जो अपने कर्म से आने वाली पीढ़ियों को संवारते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेरणा बने शिक्षक का समर्पण
शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि संस्कार का माध्यम है — और रूडोल्फ मिंज इसका ज्वलंत उदाहरण हैं। इस अवसर पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने जीवन में भी शिक्षा और सेवा को सर्वोच्च स्थान दें।
सजग बनें, शिक्षकों का सम्मान करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और समर्पण की इस कहानी को हर दिल तक पहुँचाएं।




