
#गढ़वा #जमीन_विवाद : रारो पथलाही टोला में जमीन हिस्सेदारी को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मारपीट की घटना में दंपति गंभीर रूप से घायल।
- डंडई, गढ़वा के रारो पथलाही टोला में जमीन विवाद से बढ़ा तनाव।
- यशोदा देवी और रघुवर यादव गंभीर रूप से घायल।
- आरोप—वीरेंद्र यादव, सुषमा देवी, सुनैना देवी जमीन हड़पने की नीयत से विवाद बढ़ा रहे थे।
- 4 माह पहले अबूआ आवास निर्माण को लेकर भी बड़ा झगड़ा हुआ था।
- कल नंगे बिजली तार से यशोदा देवी को जोरदार झटका लगा, विवाद मारपीट में बदला।
- दंपति ने डंडई थाना में आवेदन दिया, उन्हें मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
डंडई थाना क्षेत्र के रारो पथलाही टोला में सोमवार को ज़मीन को लेकर पुराना विवाद अचानक हिंसक हो गया। स्थानीय निवासी यशोदा देवी और उनके पति रघुवर यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। दंपति निसंतान है, और उनका आरोप है कि पड़ोसी वीरेंद्र यादव, सुषमा देवी और सुनैना देवी किसी भी तरह उन्हें संपत्ति से बेदखल करना चाहते हैं। पीड़ितों का कहना है कि जमीन हिस्सेदारी को लेकर पिछले कई महीनों से लगातार तनाव बना हुआ है।
घटना तब हुई जब आरोपितों द्वारा कथित रूप से खेत के पास नंगा बिजली तार बिछाया गया। यशोदा देवी के तार के संपर्क में आते ही उन्हें तेज झटका लगा। झटका लगते ही विवाद भड़क उठा और देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई। इस झड़प में दोनों पति-पत्नी बुरी तरह घायल हो गए और उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ी।
चार महीने से सुलग रहा था विवाद
पीड़ित पक्ष के अनुसार, चार माह पूर्व “अबूआ आवास” बनाने को लेकर भी बड़ा विवाद हुआ था। उनका आरोप है कि पड़ोसी अपने जमीन में न बनाकर उनकी खेत में आवास निर्माण करने पर अड़े थे। उस विवाद की आग शांत होने से पहले ही फिर एक नई घटना ने तनाव को और बढ़ा दिया।
पुलिस को दिया आवेदन, स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया
घटना के बाद घायल दंपति किसी तरह डंडई थाना पहुंचे और लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने प्राथमिक जानकारी लेने के बाद उन्हें इंज्यूरी काट कर मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए भेज दिया। चिकित्सकों ने बताया कि दोनों को कई जगह गंभीर चोटें आई हैं और उपचार जारी है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपितों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: गांवों में बढ़ते निजी विवाद सामुदायिक तनाव की वजह
गांवों में जमीन विवाद अक्सर लंबे समय तक चलने वाले तनाव का कारण बन जाते हैं और कई बार छोटी-सी घटना भी हिंसा का बड़ा रूप ले लेती है। डंडई की यह घटना इसी चेतावनी का संकेत है कि समय रहते प्रशासन और पंचायत की सक्रियता कई टकरावों को रोक सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शांति बनाए रखें, कानून पर भरोसा करें—गांव की सुरक्षा सबसे पहले
जमीन विवाद में भावनाओं से नहीं, दस्तावेज़ और कानून से काम लें।
किसी भी विवाद की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें।
हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं—संवाद और कानूनी प्रक्रिया ही बेहतर रास्ता है।
इस खबर को साझा करें और गांवों में जागरूकता बढ़ाने में सहयोग दें।





