
#सरयू #बिरसामुण्डाजयंती : प्रखंड कार्यालय व तीन पंचायतों में माल्यार्पण और श्रद्धांजलि संग आयोजित हुए प्रेरक कार्यक्रम।
- 150वीं जयंती पर सरयू प्रखंड कार्यालय और तीन पंचायतों में कार्यक्रम हुए।
- BDO आशा साहू, पूर्व BPO विजय कुमार पासवान सहित कर्मियों और ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी।
- चोरहा, घासीटोला और गणेशपुर पंचायतों में मुखियों ने जयंती कार्यक्रम आयोजित किया।
- आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा के आदर्शों और संघर्षों को याद किया गया।
- पूरा क्षेत्र उत्साहपूर्ण माहौल में जयंती मनाने में जुटा रहा।
सरयू (लातेहार): सरयू प्रखंड क्षेत्र में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती शुक्रवार को अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। प्रखंड कार्यालय से लेकर चोरहा, घासीटोला और गणेशपुर पंचायत तक जननायक बिरसा मुंडा के विचारों को स्मरण करते हुए ग्रामीणों और अधिकारियों ने एकजुट होकर जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण और अगरबत्ती अर्पित कर सभी ने आदिवासी समाज के इस महान वीर पुत्र को नमन किया।
प्रखंड कार्यालय में BDO और कर्मियों ने दी श्रद्धांजलि
सरयू प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित मुख्य समारोह में प्रखंड विकास पदाधिकारी आशा साहू, पूर्व BPO विजय कुमार पासवान, प्रखंड कर्मी, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक तथा स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर सभी ने पुष्प अर्पित कर उनके संघर्षों, बलिदान और जल-जंगल-जमीन आंदोलन की याद दिलाई।
वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और आदिवासी पहचान के सबसे बड़े प्रतीक हैं, जिनके विचार आज भी समाज को प्रेरणा देते हैं।
पंचायतों में भी मुखियों ने किया आयोजन
जयंती के अवसर पर चोरहा पंचायत, घासीटोला पंचायत और गणेशपुर पंचायत में भी उत्साहपूर्ण माहौल देखा गया। तीनों पंचायतों के मुखियों ने अपने-अपने पंचायत क्षेत्रों में कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां ग्रामीणों, कर्मियों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
स्थानीय लोगों ने कहा कि बिरसा मुंडा के विचार और संघर्ष आज के समय में भी समाज को जागरूक और संगठित रहने का संदेश देते हैं।
पूरे क्षेत्र में रहा उत्साह और श्रद्धा का वातावरण
दिनभर प्रखंड क्षेत्र में जयंती को लेकर विशेष तैयारी और उत्साह दिखाई दिया। ग्रामीणों ने इस दिन को सिर्फ श्रद्धांजलि दिवस नहीं, बल्कि प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया। युवाओं और महिलाओं की भी सक्रिय भागीदारी कार्यक्रमों में देखी गई।
न्यूज़ देखो: जननायक की विरासत को सहेजता यह उत्साह
बिरसा मुंडा की जयंती पर सरयू क्षेत्र में दिखा यह व्यापक उत्साह बताता है कि लोग आज भी उनके संघर्ष और आदर्शों को अपनी जीवनशैली का मार्गदर्शन मानते हैं। स्थानीय प्रशासन और पंचायतों द्वारा ऐसे आयोजनों का विस्तार सामाजिक एकजुटता और जनचेतना को मजबूत कर सकता है।
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प्रेरणा दिवस पर संकल्प का संदेश
बिरसा मुंडा की जयंती हमें यह सिखाती है कि समाज और प्रकृति के सम्मान में खड़े होना हमारी जिम्मेदारी है। जल-जंगल-जमीन की रक्षा और सामुदायिक एकता की भावना को आगे बढ़ाना आज भी उतना ही आवश्यक है।
अब समय है कि हम सब मिलकर उनके आदर्शों को आगे बढ़ाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा कर जननायक की प्रेरणा को दूर तक पहुँचाएँ।




