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हाइलाइट्स:
- लातेहार के बासाओड़ा में सरना समिति की बैठक आयोजित।
- 1 अप्रैल को पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ सरहुल पर्व मनाने का निर्णय।
- आयोजन की तैयारियों को लेकर समिति के सदस्यों को सौंपी गई जिम्मेदारियां।
सरना समिति की बैठक में सरहुल पर्व की तैयारियों पर चर्चा
लातेहार: जिला मुख्यालय के बासाओड़ा में रविवार को सरना समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के सचिव बिरसा मुंडा ने की। बैठक में आगामी 1 अप्रैल को सरहुल पर्व को पारंपरिक और भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया।
संस्कृति और परंपरा से जुड़ा है सरहुल पर्व
बैठक के दौरान सचिव बिरसा मुंडा ने कहा कि “सरहुल पर्व हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है, जिसे पूरी भव्यता और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाएगा।” उन्होंने बताया कि इस आयोजन में लातेहार जिले की सभी सरहुल समितियां अपनी टीम के साथ शामिल होंगी।
समिति सदस्यों को सौंपी गई जिम्मेदारियां
सरहुल पर्व के आयोजन को सफल बनाने के लिए समिति के सदस्यों को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इस बैठक में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें जिप सदस्य विनोद उरांव, तुलेश्वर उरांव, मोती उरांव, सुदेश्वर उरांव, प्रवेश उरांव, चुरामन उरांव, रमेश उरांव, सर्वजित उरांव, तेतर उरांव, मनोज भुईयां और रामचरण उरांव शामिल थे।
न्यूज़ देखो:
झारखंड में सरहुल पर्व आदिवासी समुदाय की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। लातेहार में इस पर्व की भव्य तैयारियां यह दर्शाती हैं कि समुदाय अपनी परंपराओं को सहेजने के लिए एकजुट है। क्या इस बार का सरहुल आयोजन पहले से ज्यादा भव्य होगा? ‘न्यूज़ देखो’ इस पर नजर बनाए रखेगा।