
हाइलाइट्स :
- सेमरा, सोरन्दा और पलमी गांवों में भारी ओलावृष्टि
- ग्रामीणों ने पलंग के नीचे छुपकर बचाई जान
- सैकड़ों पक्षियों और पालतू जानवरों की मौत
- सांसद सुखदेव भगत के निर्देश पर आलोक साहू ने किया दौरा
- उपायुक्त ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करने का दिया निर्देश
लोहरदगा : भंडरा प्रखंड के सेमरा, सोरन्दा और पलमी समेत कई गांवों में आज शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे अचानक भारी ओलावृष्टि हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार, आधा-आधा किलो तक के ओले गिरने से पूरा गांव दहशत में आ गया। जिनके घर एडवेस्टर या छप्पर के थे, उन्होंने अपनी जान पलंग के नीचे छुपकर बचाई।
ग्रामीणों को हुआ भारी नुकसान
ग्रामीणों ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण शत-प्रतिशत घरों को नुकसान हुआ है। फसलों और आम के पेड़ों को भी भारी क्षति पहुंची है। सैकड़ों पक्षी, जिनमें हरला, पड़की, कबूतर, कौवा शामिल हैं, मारे गए। साथ ही, मुर्गा, मुर्गी, खरगोश और बकरियां भी इस आपदा की भेंट चढ़ गईं। सड़कें और खेत पूरी तरह पत्तों और ओलों से पट गए हैं।
सांसद प्रतिनिधि ने किया दौरा
सांसद सुखदेव भगत दिल्ली में संसद सत्र में व्यस्त होने के कारण, उनके निर्देश पर निजी सहायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलोक कुमार साहू प्रभावित गांव पहुंचे। उन्होंने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया। श्री साहू ने कहा:
“यहां भारी तबाही हुई है। सांसद सुखदेव भगत ग्रामीणों के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े हैं और सभी प्रभावितों को शीघ्र मुआवजा दिलवाएंगे।”
प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई
आलोक साहू ने लोहरदगा उपायुक्त बाघमारे प्रसाद कृष्ण, जिला आपदा पदाधिकारी और भंडरा अंचल अधिकारी से बातचीत कर त्वरित सहायता की मांग की। उपायुक्त ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया और अंचलाधिकारी को प्रभावित गांवों का दौरा कर क्षतिग्रस्त मकानों और फसलों का आकलन करने का निर्देश दिया।
साथ ही मौके पर श्री साहू ने बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से भी बातचीत कर गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए।



प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे ग्रामीणों की मदद के लिए क्या प्रशासन और जनप्रतिनिधि तत्पर रहेंगे? क्या सभी प्रभावित परिवारों को समय पर मुआवजा मिलेगा? इन सभी सवालों पर नजर बनाए रखिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।
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