
#हजारीबाग #नशाविरोधीअभियान : पुलिस ने एनएच-33 के पास छापामारी कर अफीम तस्करों के नेटवर्क का किया भंडाफोड़
- मुफसिल थाना क्षेत्र के मुकुन्दगंज में पुलिस ने 8.2 किलोग्राम अफीम बरामद की।
- चार अफीम तस्कर मौके से गिरफ्तार किए गए, सभी चतरा जिले के निवासी हैं।
- बरामद अफीम की अनुमानित कीमत लगभग 42.5 लाख रुपये बताई गई है।
- कार्रवाई अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) अमित कुमार के नेतृत्व में की गई।
- आरोपी हरियाणा में अफीम बेचने जा रहे थे, ट्रेन से तस्करी का खुलासा किया।
हजारीबाग जिले में पुलिस ने नशाखोरी के खिलाफ एक बड़ी सफलता दर्ज की है। मुफसिल थाना क्षेत्र के मुकुन्दगंज स्थित एनएच-33 के पास कत्था फैक्ट्री के समीप की गई छापामारी में पुलिस ने 8.2 किलोग्राम अफीम बरामद कर चार तस्करों को गिरफ्तार किया। जब्त अफीम की कीमत लगभग 42.5 लाख रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई शनिवार की देर रात गोपनीय सूचना के आधार पर की गई, जब पुलिस को खबर मिली कि कुछ लोग अफीम की खरीद-बिक्री के इरादे से वहां एकत्रित हुए हैं।
छापामारी टीम ने दिखाई फुर्ती, मौके पर चारों तस्कर पकड़े गए
सूचना की पुष्टि होते ही अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) अमित कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी दल गठित किया गया। दल में पुलिस निरीक्षक विद्यावती ओहद्वार, थाना प्रभारी रौशन वर्णवाल, पुअनि संजय रतन और तकनीकी शाखा हजारीबाग के कर्मी शामिल थे। टीम ने मुकुन्दगंज स्थित टोयोटा शोरूम के सामने पहुंचकर इलाके को घेर लिया। पुलिस को देखकर चारों व्यक्ति भागने लगे, लेकिन सशस्त्र बल की त्वरित कार्रवाई में सभी को मौके पर ही पकड़ लिया गया।
पकड़े गए व्यक्तियों के पास से चार बैग मिले, जिनमें अवैध अफीम भरी हुई थी। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि ये सभी लोग चतरा से अफीम लेकर हरियाणा बेचने जा रहे थे और ट्रेन के माध्यम से तस्करी करने की योजना थी।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान और पृष्ठभूमि
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार की गई है —
- सचिन कुमार, उम्र 18 वर्ष, पिता दुर्गानन्द दाँगी, ग्राम दारियातु, थाना चतरा, जिला चतरा।
- राकेश कुमार मेहता, उम्र 20 वर्ष, पिता सुरेन्द्र मेहता, ग्राम पबरा, थाना कटकमसांडी, जिला हजारीबाग।
- नन्कु ठाकुर, उम्र 24 वर्ष, पिता हीरा ठाकुर, ग्राम सतौर, जिला चतरा।
- अनिल दाँगी, उम्र 45 वर्ष, पिता किशन दयाल दाँगी, ग्राम दारियातु, थाना चतरा, जिला चतरा।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुफसिल थाना कांड संख्या 187/25, दिनांक 09.11.2025 के तहत मामला दर्ज किया है। इन पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 17(सी), 21(सी), और 29 के अंतर्गत मामला कायम किया गया है।
जब्त किए गए सामान और कार्रवाई की जानकारी
पुलिस ने मौके से कुल 8.2 किलोग्राम अफीम, चार बैग, और चार मोबाइल फोन बरामद किए। सभी जब्त सामान को विधिवत सील कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से अफीम की तस्करी में लिप्त हैं और हरियाणा व दिल्ली के बाजारों में सप्लाई करते हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने कहा: “हजारीबाग पुलिस नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी ताकि जिले में नशाखोरी और तस्करी की प्रवृत्ति पर लगाम लगाई जा सके।”
नशा तस्करी के नेटवर्क पर कसा शिकंजा
हजारीबाग पुलिस की यह कार्रवाई राज्य भर में नशाखोरी के खिलाफ चल रहे अभियान को मजबूती देती है। इस घटना से यह भी स्पष्ट हुआ है कि चतरा, हजारीबाग और आसपास के जिलों में अफीम की अवैध खेती और तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है, जिसे पुलिस अब एक-एक कर तोड़ने में लगी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के बाद अन्य राज्यों से जुड़े तस्करों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।

न्यूज़ देखो: नशे के कारोबार पर पुलिस का सख्त रुख
हजारीबाग पुलिस की यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन नशाखोरी को लेकर पूरी तरह गंभीर है। इतनी बड़ी मात्रा में अफीम की बरामदगी यह संकेत देती है कि झारखंड अब केवल ट्रांजिट प्वाइंट नहीं, बल्कि नशे के नेटवर्क के लिए एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा था।
इस कदम से पुलिस ने न सिर्फ तस्करों को करारा झटका दिया है बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नशामुक्त समाज की ओर कदम
नशे के इस जाल को तोड़ना सिर्फ पुलिस का नहीं, समाज का भी दायित्व है। हर व्यक्ति को अपने आस-पास हो रही संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए। युवाओं को नशे से दूर रखकर ही एक स्वस्थ और जागरूक समाज का निर्माण संभव है।
अब समय है कि हम सब मिलकर “नशे के खिलाफ जंग” को अपना संकल्प बनाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और इस अभियान को आगे बढ़ाने में योगदान दें ताकि हजारीबाग सहित पूरा झारखंड नशामुक्त बन सके।




