
#लातेहार #हत्या : प्रेमिका के भाई के विरोध करने पर युवक ने साथियों के साथ मिलकर की हत्या — शव को मगध कोलियरी खदान में छिपाया गया, पुलिस ने 24 घंटे में मामला सुलझाया
- लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र में 17 वर्षीय किशोर की निर्मम हत्या
- प्रेम संबंध में बाधा बनने के कारण हुई जानलेवा साजिश
- चाकू से गला और पेट पर कई वार कर आरोपी ने की हत्या
- शव को मारुति कार में डालकर खदान में फेंका गया
- पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, हत्या में प्रयुक्त सामान भी बरामद
प्रेम में पनपी रंजिश ने ली एक किशोर की जान
लातेहार जिला के आरा गांव में 17 वर्षीय विजयपथ आनंद की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। 6 जून की शाम को विजयपथ अचानक लापता हो गया था। 7 जून को मगध कोलियरी खदान से उसका शव बरामद हुआ। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि रोशन कुमार (19 वर्ष), जो मृतक की बहन से प्रेम करता था, इस हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है।
साजिश रचकर बुलाया और बेरहमी से मारा
आरोपी रोशन कुमार ने विजयपथ को हहुरवा बाईपास पर बुलाया, जहां पहले से घात लगाए जयवीर भुइयां के साथ मिलकर उसने विजयपथ को गड्ढे में धकेला और फिर चाकू से गले और पेट पर कई बार वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए रोशन ने अपने तीसरे साथी कृष्णा कुमार (24 वर्ष) को बुलाया। तीनों ने मिलकर शव को मारुति कार में डालकर मगध कोलियरी की खदान में फेंक दिया।
पुलिस की फुर्ती से सुलझा मामला, अहम साक्ष्य जब्त
परिवार द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने त्वरित जांच शुरू की। 24 घंटे के भीतर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, खून से सनी मिट्टी, मृतक की चप्पल, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और मारुति कार बरामद कर ली। पुलिस ने इसे एक सुनियोजित हत्या करार दिया है।
लातेहार पुलिस अधीक्षक ने कहा: “आरोपियों ने पूर्व नियोजित तरीके से हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए न सिर्फ आरोपियों को पकड़ा बल्कि महत्वपूर्ण सबूत भी इकट्ठे कर लिए हैं।”
न्यूज़ देखो: जब प्रेम बना खूनी संघर्ष का कारण
न्यूज़ देखो इस खबर के माध्यम से यह सवाल उठाता है कि जब भावनाएं नियंत्रण से बाहर होती हैं, तो समाज किस दिशा में जा रहा है? एकतरफा प्रेम और असहिष्णुता जैसे मानसिक विकार युवाओं को अपराध की राह पर ले जा रहे हैं। लातेहार पुलिस की तत्परता निश्चित रूप से सराहनीय है, लेकिन समाज को भी ऐसी मानसिकता के खिलाफ सजग और सक्रिय होने की जरूरत है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय है सजग और संवेदनशील समाज बनाने का
इस दुखद घटना ने यह साबित कर दिया कि संवेदनशीलता की कमी और तात्कालिक गुस्सा हमें किस हद तक ले जा सकता है। आज जरूरत है युवाओं को संवाद, संयम और सहिष्णुता के महत्व को समझाने की। आइए हम सब मिलकर एक सजग, सुरक्षित और समझदार समाज की ओर कदम बढ़ाएं।
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