पूर्व विधायक स्वर्गीय कमल किशोर भगत की पत्नी और आजसू नेता नीरू शांति भगत ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की है। यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, नीरू शांति भगत झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) जॉइन कर सकती हैं।
विधानसभा चुनाव में भूमिका
नीरू शांति भगत ने पिछला विधानसभा चुनाव लोहरदगा सीट से आजसू की उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। हालांकि, वे जीत हासिल नहीं कर सकीं। उनके जेएमएम में शामिल होने की संभावना से लोहरदगा में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि
कमल किशोर भगत, जो लोहरदगा से विधायक रह चुके हैं, आजसू पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक थे। उनके निधन के बाद नीरू शांति भगत ने राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई।
संभावित प्रभाव
अगर नीरू शांति भगत जेएमएम में शामिल होती हैं, तो यह लोहरदगा और आसपास के क्षेत्रों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थिति को मजबूत कर सकता है। इससे आगामी समय में जेएमएम को फायदा हो सकता है।
नीरू शांति भगत के अगले कदम पर राजनीतिक हलकों में नजरें टिकी हैं। इस मुलाकात को उनके राजनीतिक भविष्य की नई दिशा के रूप में देखा जा रहा है।