
#कोडरमा #रेलवेसतर्कताशून्य – बाहर से आ रहे हजारों यात्रियों के बावजूद स्टेशन पर नहीं कोई जांच, न ही मास्क की अनिवार्यता
- कोडरमा रेलवे स्टेशन पर रोजाना हजारों यात्री, फिर भी कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं
- मुंबई, दिल्ली, चेन्नई जैसे शहरों से आने वालों से संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा
- स्टेशन परिसर में अधिकांश यात्री बिना मास्क नजर आए, नहीं है किसी प्रकार की निगरानी
- स्वास्थ्य विभाग और रेलवे को अब तक कोई गाइडलाइन प्राप्त नहीं, तैयारियों का इंतज़ार
- सिविल सर्जन और स्टेशन मास्टर ने कहा– निर्देश मिलते ही कार्रवाई की जाएगी
जांच और सतर्कता पर सवाल: क्या कोडरमा स्टेशन बन सकता है संक्रमण का नया केंद्र?
देश में कोरोना के मामले दोबारा तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों में संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। झारखंड में भी अब तक तीन कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद कोडरमा रेलवे स्टेशन, जहां रोजाना हजारों यात्री यात्रा करते हैं, वहां कोरोना की जांच व्यवस्था पूरी तरह से नदारद है।
धनबाद रेल मंडल के प्रमुख स्टेशनों में शामिल कोडरमा स्टेशन से हजारीबाग, चतरा, गिरिडीह के साथ-साथ बिहार के नवादा और बिहार शरीफ के भी यात्री सफर करते हैं। ऐसे में यहां किसी तरह की स्वास्थ्य जांच की अनुपस्थिति पूरे क्षेत्र के लिए खतरे की घंटी है।
महानगरों से बढ़ते खतरे को नजरअंदाज कर रहा प्रशासन
वर्तमान में शादी-ब्याह और छुट्टियों का सीजन होने के कारण यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। इन शहरों में कोविड के मामलों में उछाल आया है, जिससे कोडरमा में भी संक्रमण स्थानीय स्तर पर फैल सकता है।
लेकिन इसके बावजूद न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही रेलवे विभाग की ओर से कोई विशेष सतर्कता बरती जा रही है। स्टेशन परिसर में यात्रियों को न मास्क लगाने की अनिवार्यता है, न ही जांच टीम तैनात की गई है। यह लापरवाही आने वाले दिनों में गंभीर परिणाम दे सकती है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया: गाइडलाइन का इंतजार, सक्रियता नहीं
इस गंभीर स्थिति पर कोडरमा के सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने कहा:
“फिलहाल कोरोना को लेकर विभाग से कोई भी गाइडलाइन प्राप्त नहीं हुआ है। जैसे ही गाइडलाइन प्राप्त होता है, हमलोग तैयारियों में जुट जाएंगे। हालांकि लोगों से सतर्क रहने और पूर्व की गाइडलाइन को फॉलो करने की अपील जरूर की गई है।”
वहीं कोडरमा स्टेशन मास्टर विकास कुमार ने बताया:
“कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन अब तक रेलवे को कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। जैसे ही अधिसूचना जारी होगी, स्टेशन परिसर में सतर्कता बढ़ा दी जाएगी।”
इन बयानों से स्पष्ट है कि विभागीय दिशानिर्देशों की प्रतीक्षा में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को फिलहाल पूरी तरह अनदेखा किया जा रहा है।
यात्री चेतना की भी कमी, बढ़ रहा सामुदायिक संक्रमण का खतरा
स्टेशन परिसर में लोग बिना मास्क के खुलेआम घूम रहे हैं। कई यात्री ट्रेन से उतरते ही सीधे बाजार और अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाते हैं, जिससे संक्रमण के सामुदायिक स्तर पर फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में जल्द कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
न्यूज़ देखो : पब्लिक सेफ्टी पर हमारी प्राथमिक नज़र
न्यूज़ देखो लगातार आपके स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देता है। कोडरमा जैसे सीमावर्ती इलाकों में बढ़ती भीड़ और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करना हमारी ज़िम्मेदारी है। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो यह लापरवाही एक नए संकट का कारण बन सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें।