
#महुआडांड़ #कृषि_पहल : जिला प्रशासन ने जीरा फुल चावल की खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में बड़ा कदम उठाया।
- महुआडांड़ प्रखंड में जीरा फुल चावल की खेती की शुरुआत।
- पहल उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता के निर्देशन में लागू।
- किसानों को आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है।
- ग्रामीणों ने इसे कृषि क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत बताया।
- प्रशासन ने किसानों के लिए नई योजनाओं व प्रोत्साहन देने का भरोसा दिया।
महुआडांड़ प्रखंड में कृषि उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिला प्रशासन ने जीरा फुल चावल की खेती की शुरुआत कराई है। उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता के निर्देशन में शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और उन्हें बेहतर फसल विकल्प उपलब्ध कराना है। यह विशेष किस्म का चावल अपनी गुणवत्ता, स्वाद और बाजार मूल्य के कारण किसानों को अधिक लाभ दिलाने में सक्षम माना जाता है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने इसे व्यापक तौर पर प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है।
किसानों को आधुनिक खेती तकनीक का प्रशिक्षण
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने बताया कि इस पहल के तहत किसानों को खेती के आधुनिक तरीकों, वैज्ञानिक पद्धतियों और उत्पादन बढ़ाने वाली तकनीकों की जानकारी दी जा रही है। प्रशासन का मानना है कि तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण से किसान न केवल बेहतर पैदावार हासिल करेंगे, बल्कि फसल की गुणवत्ता भी उच्च स्तर की होगी। प्रखंड के विभिन्न गांवों में कृषि विस्तारण टीम द्वारा जागरूकता कार्यक्रम, प्रशिक्षण सत्र और फील्ड डेमो आयोजित किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों में उत्साह, कृषि में बदलाव की उम्मीद
महुआडांड़ के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि जीरा फुल चावल की खेती से क्षेत्र में कृषि के नए अवसर खुलेंगे। किसानों का मानना है कि यह फसल अन्य पारंपरिक फसलों की तुलना में अधिक आर्थिक लाभ दे सकती है, जिससे उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। कई किसानों ने इसे महुआडांड़ के कृषि क्षेत्र में ‘नई क्रांति’ की शुरुआत बताया।
भविष्य में और योजनाएं लाने की तैयारी
जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि किसानों की समग्र प्रगति सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में और भी कई योजनाएं, प्रोत्साहन और सहायता कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। प्रशासन का लक्ष्य महुआडांड़ को कृषि नवाचार का केंद्र बनाना है, जहां वैज्ञानिक खेती, उन्नत तकनीक और उच्च गुणवत्ता वाली फसलों के माध्यम से किसान आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें।
न्यूज़ देखो: किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रगतिशील कदम
प्रशासन की यह पहल महुआडांड़ में कृषि आधारित विकास को गति दे सकती है। जीरा फुल चावल जैसी उच्च मूल्य वाली फसल से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि प्रखंड कृषि नवाचार का उदाहरण भी बनेगा।
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कृषि में नवाचार ही स्थायी विकास की राह
किसानों को नई तकनीक अपनाने और उन्नत फसलों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करना समय की आवश्यकता है। महुआडांड़ की यह पहल इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। आपकी क्या राय है? कॉमेंट करें और इस खबर को साझा कर कृषि नवाचार को बढ़ावा दें।





