
#गिरिडीह #धान_अधिप्राप्ति : कुम्हरलालो पैक्स से योजना की शुरुआत—किसानों को मिलेगा 2450 रुपये प्रति क्विंटल एकमुश्त भुगतान
- उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी की मौजूदगी में कुम्हरलालो पैक्स, पीरटांड से शुभारंभ।
- जिले में कुल 58 धान अधिप्राप्ति केंद्र (लैम्पस/पैक्स) पर खरीद शुरू।
- खरीफ विपणन मौसम 2025–26 के लिए 3.50 लाख क्विंटल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य।
- किसानों को ₹2450 प्रति क्विंटल (बोनस सहित) एकमुश्त भुगतान।
- 7 दिनों के भीतर सीधे खाते में भुगतान, अब दो किस्तों की व्यवस्था समाप्त।
- स्लॉट बुकिंग के लिए ई-उपार्जन पोर्टल और सहायता हेतु टोल फ्री हेल्पलाइन जारी।
गिरिडीह।
जिले में खरीफ विपणन मौसम 2025–26 के तहत धान अधिप्राप्ति योजना का विधिवत शुभारंभ कर दिया गया है। सोमवार को कुम्हरलालो पैक्स, पीरटांड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी, अन्य संबंधित अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही जिले के सभी 58 अधिप्राप्ति केंद्रों पर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
इस अवसर पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी ने जानकारी दी कि गिरिडीह जिले को इस वर्ष 3,50,000 क्विंटल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। योजना के अंतर्गत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2450 प्रति क्विंटल (बोनस सहित) की दर से धान की खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में चयनित सभी लैम्पस और पैक्स केंद्रों पर सुचारु, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से अधिप्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए जनसेवक और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है तथा सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
अब 7 दिनों में मिलेगा एकमुश्त भुगतान
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि किसानों के हित में धान भुगतान प्रणाली में बड़ा सुधार किया गया है। पहले जहां किसानों को धान की राशि दो किस्तों में दी जाती थी, वहीं अब धान जमा करने के 7 दिनों के भीतर संपूर्ण राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में एकमुश्त प्रदान की जाएगी। इस व्यवस्था से किसानों को आर्थिक रूप से तत्काल राहत मिलेगी और बिचौलियों पर निर्भरता भी कम होगी।
स्लॉट बुकिंग की सुविधा और हेल्पलाइन नंबर
धान अधिप्राप्ति को सुव्यवस्थित बनाने के लिए किसानों को सलाह दी गई है कि वे धान जमा करने से पहले ई-उपार्जन पोर्टल https://uparjan.jharkhand.gov.in पर जाकर ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग कर लें, ताकि केंद्रों पर भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके। इसके साथ ही सभी राइस मिलों में भी दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है, जिससे उठाव और मिलिंग प्रक्रिया पर निगरानी रखी जा सके।
जिला प्रशासन ने ई-उपार्जन पोर्टल में पंजीकृत किसानों से अपील की है कि वे बिचौलियों को धान न बेचें, बल्कि अपने नजदीकी अधिप्राप्ति केंद्रों में ही धान जमा करें। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए किसान टोल फ्री हेल्पलाइन 1967 अथवा 18302125512 पर संपर्क कर सकते हैं।

न्यूज़ देखो: किसानों के हित में बड़ा सुधार
एकमुश्त और समयबद्ध भुगतान की व्यवस्था से गिरिडीह जिले के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। पारदर्शी प्रक्रिया, ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग और निगरानी व्यवस्था से धान अधिप्राप्ति को सुचारु बनाने की दिशा में प्रशासन ने मजबूत कदम उठाया है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय पर धान बेचें, पूरा लाभ पाएं
किसान भाई अपने नजदीकी अधिप्राप्ति केंद्र पर पंजीकरण और स्लॉट बुकिंग कर धान बेचें। इस खबर को साझा करें ताकि अधिक से अधिक किसान सरकारी योजना का पूरा लाभ उठा सकें।





