बैंक मैनेजर के 23 लाख की ठगी का मामला सुलझा
पलामू जिले में 23 लाख की साइबर ठगी के मामले का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने पश्चिम बंगाल निवासी अनिमेश दलाई को वाराणसी (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी साइबर क्राइम थाना कांड संख्या 12/2023 के तहत हुई, जिसमें आरोपी पर धारा 419, 420, 467, 468 भा.द.वि. और 66 (सी), (डी) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज था।
कैसे हुई ठगी?
अक्टूबर 2023 में मेदिनीनगर के एक बैंक मैनेजर ने एक शॉपिंग एप से हेडफोन का ऑर्डर दिया था। डिलीवरी न होने पर उन्होंने संबंधित कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क किया, जो असल में साइबर अपराधियों का नंबर था। ठगों ने बैंक मैनेजर के मोबाइल को हैक कर लिया और उनके खाते से 23 लाख रुपये उड़ा लिए, जो उनकी बेटी की शादी के लिए बचाए गए थे।
तकनीकी मदद से गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक, पलामू के निर्देशन में, प्रशिक्षण उपाधीक्षक राजेश यादव के नेतृत्व में छापेमारी दल ने आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया और खुलासा किया कि ठगी के पैसे पांच अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए थे।
बरामदगी और आरोपी का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपी के पास से एक रेडमी नोट 11 मोबाइल फोन (सिम कार्ड सहित) और एक जियो सिम कार्ड बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल ठगी में किया गया था। आरोपी अनिमेश दलाई पहले भी 2022 में पश्चिम बंगाल के ईगरा थाना क्षेत्र में साइबर ठगी के एक मामले में जेल जा चुका है।
पुलिस टीम
- राजेश यादव: प्रशिक्षु डीएसपी
- विश्राम उरांव: साइबर क्राइम थाना प्रभारी
- संतोष कुमार दास: उप निरीक्षक, साइबर क्राइम थाना
- अन्य पुलिस कर्मियों का भी योगदान सराहनीय रहा।
आगे की कार्रवाई
पलामू पुलिस ने कहा है कि साइबर अपराधियों के नेटवर्क पर और भी कार्रवाई की जाएगी। आम जनता को सलाह दी गई है कि वे कस्टमर केयर नंबर की प्रामाणिकता जांचें और सतर्क रहें।
यह घटना साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और ठगी से बचाव के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।