
#पलामू #कांग्रेसकार्यक्रम : जिला कांग्रेस भवन में अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।
पलामू जिला कांग्रेस कमेटी ने जिला कांग्रेस भवन में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह की पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई। कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर योगदान को याद किया। वक्ताओं ने आर्थिक सुधार, सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों के प्रति उनके समर्पण को रेखांकित किया। आयोजन ने वर्तमान समय में उनके विचारों की प्रासंगिकता को सामने रखा।
- पलामू जिला कांग्रेस भवन में आयोजित हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम।
- कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुश्री बिमला कुमारी ने की।
- डॉ. मनमोहन सिंह को आर्थिक सुधारों का सूत्रधार बताया गया।
- कांग्रेसजनों ने उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
- बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता रहे उपस्थित।
पलामू जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा महान अर्थशास्त्री एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह की पुण्यतिथि पर एक गरिमामय श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पलामू जिला कांग्रेस भवन में आयोजित हुआ, जहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर देश के विकास में उनके अतुलनीय योगदान को स्मरण किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पलामू जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुश्री बिमला कुमारी ने की। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत स्व. डॉ. मनमोहन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की। इसके पश्चात उपस्थित कांग्रेसजनों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को किया याद
अपने अध्यक्षीय संबोधन में सुश्री बिमला कुमारी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह केवल एक प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि आधुनिक भारत के आर्थिक शिल्पकार थे। उन्होंने कहा:
सुश्री बिमला कुमारी ने कहा: “डॉ. मनमोहन सिंह जी न केवल भारत के आर्थिक सुधारों के सूत्रधार थे, बल्कि वे सादगी, ईमानदारी और संवैधानिक मूल्यों के जीवंत प्रतीक थे।”
उन्होंने आगे कहा कि 1991 के आर्थिक सुधारों से लेकर प्रधानमंत्री कार्यकाल तक डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को आर्थिक मजबूती दी और सामाजिक न्याय व समावेशी विकास की नींव रखी। आज जब देश अनेक चुनौतियों से गुजर रहा है, तब उनके विचार और नीतियां और भी अधिक प्रासंगिक हो गई हैं।
कांग्रेसजनों ने लिया संकल्प
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह संकल्प लिया कि वे डॉ. मनमोहन सिंह के बताए रास्ते पर चलेंगे और लोकतंत्र, संविधान तथा सामाजिक समरसता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. सिंह का जीवन राजनीति में नैतिकता और मर्यादा का उदाहरण है।
वरिष्ठ नेताओं की गरिमामयी उपस्थिति
इस श्रद्धांजलि सभा में कांग्रेस संगठन के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रमुख रूप से शिक्षा प्रकोष्ठ के स्टेट चेयरमैन श्याम नारायण सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दीनानाथ तिवारी, रामाशीष पाण्डेय, चंद्रशेखर शुक्ला, विनोद तिवारी, रामदेव यादव, घूरा तिवारी, सुधीर चंद्रवंशी, गोपाल त्रिपाठी, तेजू साव, ईश्वरी प्रसाद सिंह, जितेंद्र कमलापुरी, राजेश चौरसिया, गोपाल सिंह, शैलेश कुमार सिंह, नंदकिशोर मिश्रा, अमित पाण्डेय, सुमन झा, अमेरिका सिंह, शंकर यादव, बबलू दुबे, श्रीगिरिजा सिंह, प्रियांशु श्रीवास्तव, संजीव ओझा, बीरेंद्र राम सहित कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य और संदेश
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने कभी सत्ता को निजी महत्वाकांक्षा का माध्यम नहीं बनाया। उन्होंने हमेशा देशहित को सर्वोपरि रखा। उनकी सादगी, विद्वत्ता और नीतिगत स्पष्टता आज की राजनीति के लिए प्रेरणास्रोत है।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि डॉ. सिंह के कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, सूचना का अधिकार, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए, जिनका लाभ आज भी देश की जनता को मिल रहा है।

न्यूज़ देखो: विरासत जो आज भी मार्गदर्शक है
डॉ. मनमोहन सिंह की पुण्यतिथि पर पलामू कांग्रेस का यह आयोजन बताता है कि कांग्रेस पार्टी आज भी अपने विचारधारात्मक स्तंभों को स्मरण करती है। यह कार्यक्रम केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि मूल्यों की पुनः पुष्टि भी है। मौजूदा राजनीतिक माहौल में उनके सिद्धांतों की याद दिलाना लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मूल्यों की राजनीति को जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन हमें सिखाता है कि सादगी और ईमानदारी से भी देश चलाया जा सकता है।
आज जरूरत है उनके विचारों को समझने और उन्हें व्यवहार में उतारने की।
लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।
इस खबर पर अपनी राय साझा करें, इसे आगे बढ़ाएं और सकारात्मक राजनीति के संदेश को मजबूत करें।
जागरूक नागरिक ही मजबूत लोकतंत्र की पहचान होते हैं।





