
#चंदवा #स्वास्थ्यसंकट : एक साल बाद भी शुरू नहीं हुआ ट्रामा सेंटर, जनता अब भी राहत की प्रतीक्षा में
- लुकूईया ग्राम स्थित ट्रामा सेंटर भवन का पंसस अयुब खान ने किया निरीक्षण।
- भवन एक वर्ष पूर्व बनकर तैयार, लेकिन अब तक स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं।
- दुर्घटना जोन चंदवा प्रखंड के लोग अब भी आपात चिकित्सा सुविधा से वंचित।
- हर माह 100 से अधिक मरीज गंभीर स्थिति में लातेहार या रांची रेफर किए जाते हैं।
- अयुब खान ने उपायुक्त से ट्रामा सेंटर को शीघ्र चालू करने की मांग की।
चंदवा (लातेहार): चंदवा प्रखंड के लुकूईया ग्राम स्थित ट्रामा सेंटर भवन का पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने शनिवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने भवन के अब तक चालू न होने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लाखों रुपये खर्च कर यह भवन बनवाया गया, लेकिन निर्माण पूरा होने के बावजूद यहां अभी तक चिकित्सा सेवा शुरू नहीं हुई है।
दुर्घटना जोन में सुविधाओं का अभाव
चंदवा प्रखंड क्षेत्र दुर्घटनाओं के लिहाज से बेहद संवेदनशील जोन माना जाता है। आए दिन यहां सड़क दुर्घटनाओं में लोग घायल होते हैं, लेकिन तत्काल इलाज की व्यवस्था न होने से कई बार मरीजों की जान चली जाती है।
अयुब खान ने कहा कि ट्रामा सेंटर का निर्माण इसी उद्देश्य से कराया गया था कि गंभीर घायलों का इलाज नजदीक में हो सके और लोगों की जान बचाई जा सके। लेकिन भवन बंद पड़ा है, जिससे यह योजना अधूरी साबित हो रही है।
एक साल से बंद पड़ा भवन, जनता में नाराजगी
निरीक्षण के दौरान अयुब खान ने कहा कि भवन बनकर तैयार हुए एक साल से अधिक हो गया, परंतु प्रशासनिक उदासीनता के कारण यह अब तक चालू नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि “ट्रामा सेंटर के नाम पर तैयार यह भवन आज प्रखंड वासियों का मज़ाक उड़ाता नज़र आ रहा है। जिन लोगों की जान बचाने के लिए यह बनाया गया था, वही लोग आज भी सड़कों पर तड़पने को मजबूर हैं।”
जीवनरक्षक सुविधा की दरकार
जानकारी के अनुसार, चंदवा सीएचसी से हर माह करीब 100 से अधिक गंभीर मरीजों को लातेहार सदर अस्पताल या रांची रिम्स रेफर किया जाता है। ऐसे में कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
यदि ट्रामा सेंटर चालू हो जाए तो यह पूरे जिले के लिए जीवनदायी सुविधा साबित होगा। यहां स्थानीय स्तर पर इमरजेंसी इलाज की सुविधा मिलने से न केवल मरीजों की जान बचेगी बल्कि उनके परिजनों को आर्थिक बोझ से भी राहत मिलेगी।
अयुब खान ने कहा: “ट्रामा सेंटर का निर्माण जनहित में हुआ था, लेकिन इसे चालू न करना जनता के साथ अन्याय है। उपायुक्त महोदय शीघ्र इसे शुरू करवाएं ताकि लोगों को राहत मिल सके।”
निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
निरीक्षण के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता रसीद मियां, समाजसेवी शिवनाथ यादव और मंटु कुमार मौजूद थे। सभी ने प्रशासन से एकस्वर में मांग की कि ट्रामा सेंटर को तत्काल चालू कर चंदवा प्रखंड को आपात स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ने की दिशा में कदम उठाया जाए।
न्यूज़ देखो: जनहित में तुरंत कदम जरूरी
चंदवा प्रखंड का ट्रामा सेंटर अगर शीघ्र शुरू नहीं हुआ तो यह प्रशासनिक विफलता का उदाहरण बन जाएगा। जिस भवन के लिए जनता के पैसे खर्च हुए, वह तभी सार्थक होगा जब उससे मरीजों को वास्तविक लाभ मिले।
जनता की जान बचाना शासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है, और ऐसे में अयुब खान की यह पहल प्रशासन को चेताने का सही समय पर उठाया गया कदम है।
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जनसेवा ही सच्चा धर्म
अब समय है कि हम सब स्वास्थ्य सुविधाओं के संचालन में जनहित को प्राथमिकता दें।
चंदवा जैसे संवेदनशील प्रखंडों में ट्रामा सेंटर का चालू होना हजारों ज़िंदगियों को बचा सकता है।
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