
#पलामू #यातायात_जागरूकता : सड़क सुरक्षा के लिए थाना प्रभारी ने स्वयं संभाली मोर्चा।
पलामू जिले के पांडु थाना क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस ने विशेष जागरूकता अभियान चलाया। लवर पांडु मोड़ पर आयोजित इस अभियान में दोपहिया वाहन चालकों को रोककर यातायात नियमों की जानकारी दी गई। थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने स्वयं मौके पर मौजूद रहकर नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी। अभियान का उद्देश्य दुर्घटनाओं में कमी लाना और आमजन को सुरक्षित यातायात के प्रति जागरूक करना रहा।
- पांडु थाना क्षेत्र के लवर पांडु मोड़ पर चला विशेष अभियान।
- करीब 15 दोपहिया वाहन चालकों को रोककर दी गई समझाइश।
- हेलमेट अनिवार्य, ट्रिपल लोड और नशे में ड्राइविंग पर सख्त चेतावनी।
- थाना प्रभारी विगेश कुमार राय स्वयं रहे अभियान में मौजूद।
- इस बार चेतावनी देकर छोड़ा, भविष्य में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी।
पलामू जिले के पांडु थाना क्षेत्र में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और यातायात नियमों की अनदेखी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सक्रिय रुख अपनाया है। इसी क्रम में आज दिनांक 30 दिसंबर 2025 को लवर पांडु मोड़ पर पांडु थाना पुलिस द्वारा एक विशेष यातायात जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान सड़क पर चल रहे दोपहिया वाहनों को रोककर चालकों को नियमों की जानकारी दी गई और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रेरित किया गया।
सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस की सक्रिय पहल
इस अभियान की खास बात यह रही कि स्वयं पांडु थाना प्रभारी विगेश कुमार राय मौके पर मौजूद रहे और वाहन चालकों से सीधे संवाद किया। पुलिस ने करीब 15 दोपहिया वाहनों को रोककर उनके दस्तावेजों की जांच की और यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे चालकों को समझाया।
थाना प्रभारी ने वाहन चालकों को बताया कि हेलमेट न पहनने, ट्रिपल लोड में वाहन चलाने और शराब के नशे में ड्राइविंग करने से दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सड़क पर सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि दूसरों की जान की सुरक्षा भी हर चालक की जिम्मेदारी है।
हेलमेट और नशामुक्त ड्राइविंग पर विशेष जोर
अभियान के दौरान थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हेलमेट पहनना केवल कानूनी बाध्यता नहीं, बल्कि जीवन रक्षक उपाय है। उन्होंने युवाओं को विशेष रूप से चेताया कि बिना हेलमेट वाहन चलाना गंभीर दुर्घटनाओं को न्योता देता है।
शराब पीकर वाहन चलाने पर उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि एक तरह से दूसरों की जान से खिलवाड़ करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में आगे किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी।
थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने कहा:
“यातायात नियमों का पालन करने से ही सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। यह अभियान लोगों को दंडित करने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा है।”
चेतावनी देकर छोड़ा, आगे होगी सख्ती
अभियान के दौरान नियमों का उल्लंघन कर रहे वाहन चालकों को इस बार केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि यह अंतिम चेतावनी है और भविष्य में यदि कोई चालक नियमों का उल्लंघन करते पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई और जुर्माना तय है।
पुलिस का कहना है कि नए साल और त्योहारों के मौसम में सड़कों पर भीड़ बढ़ जाती है, ऐसे में नियमों का पालन और भी जरूरी हो जाता है। आने वाले दिनों में इस तरह के अभियान और तेज किए जाएंगे।
स्थानीय लोगों ने की पुलिस की सराहना
पांडु थाना पुलिस की इस पहल को स्थानीय लोगों और राहगीरों ने सराहा। लोगों का कहना है कि ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में अक्सर यातायात नियमों की अनदेखी की जाती है, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है। यदि पुलिस समय-समय पर इस तरह के जागरूकता अभियान चलाए, तो निश्चित रूप से हादसों में कमी आएगी।
स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने कहा कि थाना प्रभारी का स्वयं सड़क पर उतरकर लोगों को समझाना एक सकारात्मक संदेश देता है और इससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ता है।
सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की कोशिश
पुलिस प्रशासन का मानना है कि सिर्फ चालान काटने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि लोगों को नियमों के पीछे की वजह समझानी होगी। इसी सोच के तहत पांडु थाना पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान को प्राथमिकता दी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि स्कूल-कॉलेज के छात्रों, बाइक चालकों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी आगे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि सड़क सुरक्षा को लेकर समाज में जिम्मेदारी की भावना विकसित हो सके।
न्यूज़ देखो: जागरूकता से ही सुरक्षित होंगी सड़कें
पांडु थाना पुलिस का यह अभियान बताता है कि यदि पुलिस और आमजन मिलकर प्रयास करें, तो सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। चेतावनी के साथ समझाइश देना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन अब यह देखना जरूरी होगा कि भविष्य में नियमों के उल्लंघन पर सख्ती कितनी प्रभावी रहती है। सड़क सुरक्षा केवल पुलिस की नहीं, हम सबकी जिम्मेदारी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सफर ही असली मंज़िल
हेलमेट पहनना, नियम मानना और नशे से दूर रहना किसी मजबूरी नहीं, समझदारी है।
हर यात्रा पर अपने परिवार को याद रखें, जो आपके सुरक्षित लौटने का इंतजार करता है।
सड़क पर जिम्मेदार नागरिक बनें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
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