
#लोहरदगा #पत्रकारिता_सम्मान : प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य और राष्ट्रीय पत्रकार नेताओं का आगमन बना पत्रकारों के लिए प्रेरणास्रोत
- प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य एवं एनयूजेआई के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रज्ञानंद चौधरी का लोहरदगा आगमन।
- एनयूजेआई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पश्चिम बंगाल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष दीपक राय भी रहे साथ।
- झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (JUJ) के निर्देश पर लोहरदगा पत्रकारों ने किया भव्य स्वागत।
- बरवाटोली में पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों का सम्मान।
- पत्रकारिता, लोकतंत्र और मीडिया की चुनौतियों पर सौहार्दपूर्ण संवाद।
- लोहरदगा के पत्रकारों ने बताया इसे सम्मान और प्रेरणा का क्षण।
लोहरदगा जिले के पत्रकारिता जगत के लिए मंगलवार का दिन विशेष और गौरवपूर्ण रहा, जब नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया (एनयूजेआई) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के सदस्य एवं आनंद बाजार पत्रिका के कॉरपोरेट संपादक आदरणीय प्रज्ञानंद चौधरी का लोहरदगा आगमन हुआ। वे अपनी अर्द्धांगिनी आदरणीया श्रीमती प्रतिमा चौधरी के साथ नेतरहाट प्रवास पर जा रहे थे। इस दौरान उनके साथ पश्चिम बंगाल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष सह एनयूजेआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक राय भी मौजूद रहे।
यह अवसर केवल एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि लोहरदगा के पत्रकारों के लिए अनुभव, संवाद और प्रेरणा का सजीव मंच बन गया।
झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के निर्देश पर हुआ स्वागत
झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (JUJ) के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार प्रदेश मंत्री मो. कय्यूम खान एवं वरिष्ठ पत्रकार विनोद प्रसाद के नेतृत्व में लोहरदगा जिले के पत्रकारों ने बरवाटोली में अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
पत्रकारों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मान व्यक्त किया और संगठन की ओर से शुभकामनाएं दीं। स्वागत के दौरान वातावरण आत्मीयता, सम्मान और पत्रकारिता के प्रति समर्पण से ओतप्रोत रहा।
लोहरदगा में ठहराव और संवाद का अवसर
यह लोहरदगा के पत्रकारों के लिए सौभाग्य की बात रही कि आदरणीय अतिथिगण कुछ समय के लिए जिले में रुके। इस अल्प प्रवास के दौरान चाय-नाश्ता पर पत्रकारिता से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर गहन और सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई।
चर्चा के केंद्र में लोकतंत्र की मजबूती में मीडिया की भूमिका, वर्तमान दौर में पत्रकारिता के समक्ष खड़ी चुनौतियां, प्रेस की स्वतंत्रता, नैतिक पत्रकारिता और संगठनात्मक एकता जैसे विषय रहे।
पत्रकारिता और लोकतंत्र पर विचार
वरिष्ठ पत्रकारों ने अतिथियों के लंबे अनुभव से मार्गदर्शन प्राप्त किया। इस दौरान आदरणीय प्रज्ञानंद चौधरी ने कहा:
प्रज्ञानंद चौधरी ने कहा: “लोकतंत्र की आत्मा स्वतंत्र और जिम्मेदार पत्रकारिता में बसती है। पत्रकारों की एकजुटता और नैतिक प्रतिबद्धता ही मीडिया को मजबूत बनाती है।”
वहीं दीपक राय ने संगठनात्मक मजबूती पर बल देते हुए कहा:
दीपक राय ने कहा: “पत्रकार संगठनों की एकता ही पत्रकारों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा कर सकती है। हमें क्षेत्रीय सीमाओं से ऊपर उठकर राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होना होगा।”
झारखंड के पत्रकारों के कार्यों की सराहना
अतिथियों ने झारखंड, विशेषकर लोहरदगा के पत्रकारों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद यहां के पत्रकार सामाजिक सरोकारों और जनहित के मुद्दों को मजबूती से उठाते हैं।
उन्होंने संगठनात्मक एकता को और सशक्त करने का आह्वान किया, ताकि पत्रकार न केवल खबरों के माध्यम से, बल्कि अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए भी संगठित रूप से आवाज उठा सकें।
स्वागत कार्यक्रम में रहे ये वरिष्ठ पत्रकार
इस स्वागत कार्यक्रम में लोहरदगा के कई वरिष्ठ और सक्रिय पत्रकार उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से रौशन शाहदेव, हेमंत कुमार कुशवाहा, हुसैन अंसारी, अफसाना खातून सहित अन्य पत्रकारों ने अतिथियों का अभिनंदन किया और संवाद में भाग लिया।
कार्यक्रम का माहौल पूरी तरह सकारात्मक, प्रेरणादायी और पत्रकारिता के मूल्यों से जुड़ा रहा।
नेतरहाट के लिए किया प्रस्थान
संक्षिप्त लेकिन यादगार प्रवास के बाद आदरणीय अतिथिगण ने नेतरहाट के लिए प्रस्थान किया। उनके प्रस्थान के समय भी पत्रकारों ने शुभकामनाएं दीं और भविष्य में पुनः झारखंड आगमन की आशा व्यक्त की।
लोहरदगा के पत्रकारों ने इस पूरे घटनाक्रम को जिले के लिए सम्मान और प्रेरणा का क्षण बताया।
न्यूज़ देखो: पत्रकारिता की एकजुटता का संदेश
प्रज्ञानंद चौधरी और दीपक राय जैसे वरिष्ठ पत्रकार नेताओं का लोहरदगा आगमन यह दर्शाता है कि पत्रकारिता केवल खबरों तक सीमित नहीं, बल्कि संवाद, मार्गदर्शन और संगठनात्मक मजबूती का माध्यम भी है। ऐसे आयोजन स्थानीय पत्रकारों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करते हैं। पत्रकारों की एकता ही स्वतंत्र और सशक्त मीडिया की नींव है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
कलम की ताकत को और मजबूत बनाएं
पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इसे मजबूत रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
वरिष्ठ पत्रकारों के अनुभवों से सीख लेकर युवा पत्रकार आगे बढ़ें, संगठित रहें और सच के पक्ष में निर्भीक होकर खड़े हों।
इस सम्मानजनक स्वागत और संवाद पर आपकी क्या राय है? कमेंट कर अपनी बात रखें, खबर को साझा करें और पत्रकारिता की एकजुटता का संदेश हर कोने तक पहुंचाएं।





