
#कुरडेग #सामाजिक_आयोजन : सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो के पुत्र के विवाह में गणमान्य जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति।
कुरडेग प्रखंड में सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो के पुत्र के भव्य विवाह समारोह का आयोजन सामाजिक सौहार्द और पारंपरिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। समारोह में सिमडेगा जिला अध्यक्ष सह विधायक भुषण बाड़ा और जिप सदस्य सह महिला जिला अध्यक्ष जोशीमा खाखा विशेष रूप से उपस्थित होकर वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे। इस अवसर पर राजनीतिक, सामाजिक और पारिवारिक क्षेत्र की कई प्रमुख हस्तियों की सहभागिता देखने को मिली। आयोजन ने स्थानीय समाज में एकता, पारंपरिक मूल्यों और आपसी भाईचारे का संदेश दिया।
- विवाह समारोह कुरडेग प्रखंड में सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो के पुत्र का आयोजित।
- कार्यक्रम में विधायक भुषण बाड़ा की विशेष उपस्थिति रही।
- जिप सदस्य सह महिला जिला अध्यक्ष जोशीमा खाखा ने वर-वधु को दिया आशीर्वाद।
- विधायक ने विवाह को दो परिवारों का पवित्र बंधन बताया।
- आयोजन में स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता व आमजन बड़ी संख्या में शामिल।
कुरडेग प्रखंड में आयोजित सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो के पुत्र के विवाह समारोह ने सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टि से खास पहचान बनाई। समारोह में जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने आयोजन को और अधिक गरिमामय बना दिया। पारंपरिक रीति-रिवाजों, सांस्कृतिक वातावरण और पारिवारिक उत्साह के बीच संपन्न हुए इस विवाह समारोह में समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी देखने को मिली। आयोजन स्थल पर पूरे दिन उल्लास और अपनत्व का माहौल बना रहा।
विधायक भुषण बाड़ा ने दिया आशीर्वाद, सामाजिक संदेश पर जोर
विवाह समारोह में सिमडेगा जिला अध्यक्ष सह माननीय विधायक श्री भुषण बाड़ा विशेष रूप से उपस्थित हुए और वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने नवविवाहित जोड़े के सुखद, सफल और मंगलमय दांपत्य जीवन की कामना की।
विधायक भुषण बाड़ा ने कहा:
“विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का पवित्र बंधन होता है। ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने और आपसी संबंधों को मजबूत करने का कार्य करते हैं।”
उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए इसे सामाजिक एकता, पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं के संरक्षण का प्रतीक बताया। विधायक ने देवनीस खलखो और उनके परिवार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई भी दी।
जोशीमा खाखा ने भाईचारे और सहभागिता पर दिया संदेश
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य सह महिला जिला अध्यक्ष श्रीमती जोशीमा खाखा भी विवाह समारोह में शामिल हुईं। उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
श्रीमती जोशीमा खाखा ने कहा:
“ऐसे पारिवारिक और सामाजिक आयोजनों में समाज के सभी वर्गों की सहभागिता आपसी भाईचारे और सौहार्द को मजबूत करती है।”
उन्होंने सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो एवं उनके परिवार को भव्य और सफल आयोजन के लिए बधाई दी तथा इसे सामाजिक समरसता का उदाहरण बताया।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाज की सक्रिय भागीदारी
विवाह समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, रिश्तेदार और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे। आयोजन के दौरान सभी ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दीं और पारिवारिक खुशियों में सहभागी बने।
समारोह में पारंपरिक वेशभूषा, रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक झलक ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। ग्रामीण परिवेश में आयोजित इस विवाह समारोह ने सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत को सजीव रूप में प्रस्तुत किया।
पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ उल्लासपूर्ण आयोजन
पूरे आयोजन के दौरान उत्साह और उल्लास का वातावरण बना रहा। विवाह संस्कार से जुड़े सभी पारंपरिक अनुष्ठानों का विधिवत निर्वहन किया गया। अतिथियों के स्वागत, पारिवारिक मेल-मिलाप और सामूहिक सहभागिता ने समारोह को यादगार बना दिया।
स्थानीय लोगों का कहना था कि इस तरह के आयोजन सामाजिक रिश्तों को मजबूत करने के साथ-साथ नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ने का भी कार्य करते हैं।
सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बना विवाह समारोह
सांसद प्रतिनिधि देवनीस खलखो के पुत्र का यह विवाह समारोह केवल एक पारिवारिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द और आपसी सम्मान का भी प्रतीक बनकर उभरा। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि समाज के हर वर्ग के लोग एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़े हैं।
न्यूज़ देखो: सामाजिक आयोजनों में दिखती है समाज की असली ताकत
कुरडेग में आयोजित यह विवाह समारोह बताता है कि सामाजिक और पारिवारिक आयोजनों के माध्यम से समाज की एकता और संस्कृति को मजबूती मिलती है। जनप्रतिनिधियों की सहभागिता ऐसे आयोजनों को सामाजिक महत्व प्रदान करती है। यह आयोजन यह भी दर्शाता है कि राजनीतिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ सामाजिक सहभागिता निभाना जनप्रतिनिधियों का अहम दायित्व है। आने वाले समय में ऐसे आयोजनों से सामाजिक समरसता और मजबूत होगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
रिश्तों की मजबूती से बनता है सशक्त समाज
जब समाज के लोग एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं, तभी आपसी विश्वास और भाईचारा गहराता है।
पारिवारिक और सामाजिक आयोजनों से हमारी सांस्कृतिक पहचान जीवित रहती है।
ऐसे अवसर नई पीढ़ी को परंपरा, संस्कार और सामाजिक जिम्मेदारी का महत्व सिखाते हैं।
सामूहिक सहभागिता ही किसी भी समाज की असली ताकत होती है





