
#गढ़वा #मतदाता_सुविधा : मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के तहत जिले में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई और प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता रखने का निर्देश दिया गया
- 80-गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र की संख्या 455 से बढ़ाकर 488 की गई, यानी 33 नए बूथ जोड़े गए।
- 81-भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र 502 से बढ़ाकर 516 किए गए, यानी 14 नए बूथ जोड़े गए।
- पूरे गढ़वा जिले में कुल 47 नए मतदान केंद्र स्थापित किए गए।
- प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता रखने और बड़े बूथों को विभाजित करने के निर्देश।
- बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी दिनेश कुमार यादव, उप निर्वाचन पदाधिकारी सुशील कुमार राय, ERO, AERO और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
गढ़वा। समाहरणालय सभागार में आज मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत गढ़वा जिले में मतदान केंद्रों के Rationalization पर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने की। बैठक में 80-गढ़वा और 81-भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्रों में नए मतदान केंद्रों के गठन पर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान मतदाता सुविधा, बूथों की संख्या संतुलन और राजनीतिक दलों की टिप्पणियों को समेकित किया गया।
उप निर्वाचन पदाधिकारी सुशील कुमार राय ने बताया कि 80-गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व में 455 बूथ थे, जिन्हें बढ़ाकर 488 किया गया है। वहीं 81-भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में 502 बूथ अब बढ़कर 516 हो गए हैं। कुल मिलाकर जिले में 47 नए बूथ जोड़े गए हैं, जिससे मतदाताओं की सुविधा और मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
बूथों के आकार और मतदाता संख्या का संतुलन
जिला निर्वाचन पदाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने निर्देश दिया कि किसी भी बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़े बूथों को विभाजित कर छोटे बूथ बनाए जाएं और जिन बूथों में मतदाता संख्या 1200 से कम है, उन्हें जोड़कर नया बूथ तैयार किया जाए। इस प्रयास से मतदान केंद्रों पर भीड़ कम होगी और मतदान का अनुभव मतदाताओं के लिए सरल और सुव्यवस्थित बनेगा।
दिनेश कुमार यादव ने कहा: “हमारा उद्देश्य प्रत्येक मतदाता को सुगम और व्यवस्थित मतदान सुविधा प्रदान करना है। बड़े बूथों को विभाजित करना और छोटे बूथों का संयोजन इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।”
राजनीतिक दलों और अधिकारियों की भागीदारी
बैठक में ERO और AERO द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्यीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। उन्होंने नए बूथों के गठन, मतदाता सूची का अद्यतन और Rationalization की प्रक्रिया पर अपने सुझाव दिए। इसके अलावा सभी अधिकारियों ने आगामी मतदान के लिए तैयारियों और मतदाता जागरूकता कार्यक्रम की रूपरेखा पर भी चर्चा की।
तकनीकी और प्रशासनिक तैयारी
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बूथों के विभाजन और नए केंद्रों की स्थापना के साथ-साथ मतदाता सूचियों का अद्यतन सुनिश्चित करने, मतदान के समय कर्मचारियों और सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बूथ पर आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि मतदान प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
उप निर्वाचन पदाधिकारी सुशील कुमार राय ने कहा: “हम बूथों की संख्या और आकार को इस प्रकार संतुलित कर रहे हैं कि सभी मतदाता आसानी से मतदान कर सकें और चुनाव में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।”



न्यूज़ देखो: मतदान केंद्रों का Rationalization लोकतंत्र की मजबूती
गढ़वा जिले में मतदान केंद्रों का पुनर्गठन यह स्पष्ट करता है कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और मतदाता सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। छोटे और व्यवस्थित बूथों से मतदान में सुविधा और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित होंगे। इस प्रयास से न केवल मतदाता अनुभव बेहतर होगा बल्कि लोकतंत्र की मजबूत नींव भी रखी जाएगी।
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