
#लातेहार #स्वास्थ्य_अभियान : 10 से 26 नवंबर तक चलेगा घर-घर सर्वेक्षण, 1193 टीमें होंगी शामिल
- उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक।
- कुष्ठ रोग खोज अभियान 2025–26 (प्रथम चक्र) के सफल संचालन पर हुई विस्तृत चर्चा।
- 10 से 26 नवंबर तक चलेगा घर-घर सर्वे और जागरूकता अभियान।
- 1193 टीमों का गठन, कुष्ठ रोगियों की पहचान और इलाज सुनिश्चित करने का लक्ष्य।
- प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायत व समाज कल्याण विभाग के बीच समन्वय पर जोर।
लातेहार में बुधवार को उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में कुष्ठ रोग खोज अभियान 2025–26 (प्रथम चक्र) को लेकर जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए विभागीय तैयारी की समीक्षा और दिशा-निर्देश तय करना था। उपायुक्त ने कहा कि कुष्ठ रोग जैसी पुरानी बीमारी को समाप्त करने के लिए प्रशासन गंभीर है और हर स्तर पर समन्वित प्रयास आवश्यक हैं।
अभियान की रूपरेखा और उद्देश्य
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. राज मोहन खलखो ने अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि 10 नवंबर से 26 नवंबर तक चलने वाले इस अभियान के दौरान घर-घर सर्वेक्षण के माध्यम से कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीजों की पहचान की जाएगी और जनता को रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके लिए जिले में कुल 1193 टीमों का गठन किया गया है, जो सभी प्रखंडों और पंचायतों में सक्रिय रूप से काम करेंगी।
डॉ. खलखो ने बताया कि अभियान का लक्ष्य है कि बीमारी के प्रसार पर रोक लगाई जाए, और सभी मरीजों को समय पर इलाज उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही, लोगों में कुष्ठ रोग के प्रति भ्रांतियों को दूर करना भी अभियान का महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
उपायुक्त के निर्देश और प्रशासनिक जिम्मेदारी
बैठक में उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अभियान को पूरी गंभीरता, संवेदनशीलता और समर्पण के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कहा:
“जिले में कुष्ठ रोग के संभावित मरीजों की पहचान और उपचार सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी अपनी जिम्मेदारी को निष्ठा से निभाएं। अभियान के हर चरण की मॉनिटरिंग की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि ग्राम स्तर पर ग्राम गोष्ठी, आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों में शपथ कार्यक्रमों और जनजागरूकता सभाओं का आयोजन किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ें और इसके प्रति जागरूक हों।
विभागों के बीच समन्वय पर जोर
उपायुक्त ने स्वास्थ्य, समाज कल्याण, शिक्षा और पंचायती राज विभाग से कहा कि आपसी तालमेल और समन्वय बनाकर इस अभियान को जन-आंदोलन के रूप में सफल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हर प्रखंड में संबंधित अधिकारी सक्रिय रहें और अपने-अपने क्षेत्र में नियमित रूप से निगरानी करें।
बैठक में उपस्थित अधिकारी और प्रतिनिधि
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती पूनम देवी, उप विकास आयुक्त सैय्यद रियाज अहमद, अनुमंडल पदाधिकारी लातेहार अजय कुमार रजक, अनुमंडल पदाधिकारी महुआडांड़ बिपिन कुमार दुबे, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. शोभना टोप्पो, डीपीएम, एमओआईसी समेत कई चिकित्सक और विभागीय कर्मी उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: जनस्वास्थ्य के प्रति प्रशासन की गंभीरता
लातेहार प्रशासन का यह कदम दिखाता है कि कुष्ठ रोग जैसी उपेक्षित बीमारियों के प्रति सरकार अब सक्रिय और जवाबदेह है। जिलेभर में 1193 टीमों का गठन इस दिशा में बड़ा कदम है, जिससे समय पर मरीजों की पहचान और उपचार संभव होगा।
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जागरूकता ही बचाव की पहली सीढ़ी
कुष्ठ रोग अब असाध्य नहीं है, जरूरत है केवल जागरूकता और संवेदनशीलता की। प्रशासन और समाज मिलकर इस बीमारी को जड़ से मिटा सकते हैं।
अब समय है कि हर नागरिक अपने आस-पास के लोगों में जागरूकता फैलाए और इस अभियान में योगदान दे। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और स्वस्थ लातेहार के निर्माण में भागीदार बनें।




