#गढ़वा #कॉफीविदएसडीएम : कृषि सहकारिता क्षेत्र में पारदर्शिता और सहभागिता को बढ़ावा देने की पहल
- सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के संवाद कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” की नई कड़ी की घोषणा।
- इस बार के कार्यक्रम में PACS समितियों के अध्यक्ष और सचिव को किया गया आमंत्रित।
- आयोजन बुधवार, 5 नवंबर 2025 को सुबह 11 बजे अनुमंडल सभागार, गढ़वा में होगा।
- बैठक में कृषि ऋण वितरण, धान क्रय, वसूली और खरीफ उपज से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा।
- कार्यक्रम में जिला सहकारिता विभाग के प्रतिनिधि भी रहेंगे उपस्थित।
गढ़वा जिले में सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार द्वारा शुरू किया गया साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” अब प्रशासनिक नवाचार का प्रतीक बनता जा रहा है। इसी क्रम में इस सप्ताह की कड़ी को PACS समितियों के अध्यक्षों और सचिवों के लिए समर्पित किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य है – प्रशासन और सहकारी समितियों के बीच पारदर्शिता, संवाद और तालमेल को मजबूत करना।
बुधवार को होगा संवाद का आयोजन
यह विशेष कार्यक्रम बुधवार, 5 नवंबर 2025 को सुबह 11 बजे अनुमंडल सभागार, गढ़वा में आयोजित होगा। इसमें विभिन्न पंचायतों और क्षेत्रों की PACS समितियों के पदाधिकारी भाग लेंगे।
कार्यक्रम का मुख्य एजेंडा कृषि क्षेत्र की समस्याओं और सहकारिता समितियों की कार्यप्रणाली की अनौपचारिक समीक्षा करना है।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “कॉफी विद एसडीएम का उद्देश्य है कि प्रशासनिक अधिकारी और जमीनी प्रतिनिधि एक मंच पर बैठकर खुलकर संवाद करें ताकि समस्याओं का समाधान सीधे स्तर पर हो सके।”
कृषि ऋण, वसूली और धान क्रय पर होगी चर्चा
बैठक में कृषि ऋण वितरण, वसूली, धान क्रय व्यवस्था, और खरीफ उपज से जुड़ी चुनौतियों पर विस्तृत विचार-विमर्श होगा। एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि PACS समितियों के प्रतिनिधियों के अलावा जिला सहकारिता विभाग के अधिकारी भी बैठक में शामिल रहेंगे ताकि नीतिगत निर्णयों और अमल के बीच कोई अंतर न रहे।
इस संवाद का मकसद है कि ग्रामीण सहकारिता क्षेत्र में पारदर्शिता लाई जा सके और किसानों के हितों को प्राथमिकता दी जाए।
प्रशासन और समितियों के बीच समन्वय पर जोर
“कॉफी विद एसडीएम” जैसे संवादात्मक कार्यक्रमों से प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ती है और जनसहभागिता को बढ़ावा मिलता है। इस पहल के माध्यम से अनुमंडल प्रशासन PACS समितियों की कार्यशैली, चुनौतियों और सुधार की संभावनाओं को नजदीक से समझने का प्रयास कर रहा है।
एसडीएम संजय कुमार ने सभी आमंत्रित सदस्यों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित समय पर उपस्थित होकर सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। उनका कहना है कि बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के लिए संवाद और सहयोग दोनों आवश्यक हैं।
संजय कुमार ने कहा: “हमारा लक्ष्य है कि PACS समितियों की भूमिका को और अधिक सशक्त बनाया जाए ताकि किसान समुदाय को इसका सीधा लाभ मिले।”
न्यूज़ देखो: संवाद से ही बनेगा भरोसे का सेतु
गढ़वा में “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम इस बात का उदाहरण है कि प्रशासनिक नवाचार से आम लोगों और संस्थाओं के बीच भरोसे का नया सेतु बन सकता है। PACS समितियों के साथ खुला संवाद न केवल कृषि क्षेत्र की पारदर्शिता बढ़ाएगा, बल्कि किसानों के हितों की रक्षा भी करेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवाद से समाधान – यही है सुशासन की असली पहचान
जब अधिकारी और नागरिक एक साथ बैठकर बातचीत करते हैं, तो समस्याएं जमीनी स्तर पर सुलझती हैं। यह पहल इसी भावना का प्रतीक है।
आइए, हम सब इस संवादात्मक प्रशासन को समर्थन दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने में भागीदार बनें।




