
#सिमडेगा #निर्माण_जांच : ग्रामीणों की शिकायत पर इंटक और कांग्रेस नेताओं ने किया स्थल निरीक्षण — गुणवत्ता पर जताई गंभीर चिंता
- कोलेबिरा प्रखंड के अघरमा पंचायत के लड़बा गांव में नहर और सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया।
- निरीक्षण दल में इंटक सह आदिवासी कांग्रेस नेता दिलीप तिर्की, राकेश कोंगड़ी (मंडल अध्यक्ष) और अमृत डुंगडुंग (युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष) शामिल रहे।
- ग्रामीणों की शिकायत पर नेताओं ने स्थल का दौरा कर निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए।
- निरीक्षण के दौरान साइड इंजीनियर और विभागीय अधिकारी मौके पर अनुपस्थित पाए गए।
- सड़क निर्माण में मुरुम की जगह कमजोर मिट्टी और जीएसबी की जगह सीधे बोल्डर डालने की शिकायत मिली।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा प्रखंड अंतर्गत अघरमा पंचायत के लड़बा ग्राम में चल रहे नहर और सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर शुक्रवार को इंटक सह आदिवासी कांग्रेस नेता दिलीप तिर्की, राकेश कोंगड़ी, और अमृत डुंगडुंग के नेतृत्व में निरीक्षण दल ने स्थल का दौरा किया। मौके पर कई स्थानीय युवक भी मौजूद रहे।
निर्माण में तेजी, पर गुणवत्ता पर नहीं निगरानी
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि नहर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन साइट पर कोई साइड इंजीनियर या विभागीय निगरानी अधिकारी मौजूद नहीं था। नेताओं ने बताया कि नहर के कई हिस्सों में मिट्टी और सीमेंट की गुणवत्ता संदेहास्पद है, जिससे भविष्य में ढहने का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
दिलीप तिर्की ने कहा: “यह बेहद चिंताजनक है कि बिना विभागीय देखरेख के इतना बड़ा काम चल रहा है। यह दर्शाता है कि ठेकेदार और विभाग के बीच मिलीभगत है। अगर ऐसा नहीं होता, तो कोई संवेदक इतनी खुली मनमानी नहीं कर सकता।”
सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का आरोप
स्थानीय लोगों ने निरीक्षण टीम को बताया कि एनएच 143 से लेकर लड़बा डैम (जो प्रस्तावित पर्यटक स्थल है) तक बनने वाली सड़क में मुरुम मिट्टी की जगह कमजोर मिट्टी डाली जा रही है, जो ट्रैक्टर के चलने भर से ही फट कर बिखर जाती है। इसके अलावा, जहां जीएसबी (ग्रैन्युलर सब-बेस) लेयर डालनी थी, वहां सीधे बोल्डर डालकर कार्य पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
दिलीप तिर्की ने कहा: “जब किसी कार्य में विभागीय निगरानी नहीं होती, तो ठेकेदार मनमर्जी करते हैं। यह न केवल सरकारी धन की बर्बादी है, बल्कि आम जनता के साथ सीधा धोखा है।”
नेताओं ने की उपायुक्त से जांच की मांग
निरीक्षण के बाद दिलीप तिर्की ने कहा कि वे इस पूरे मामले की जानकारी जिला उपायुक्त महोदया को लिखित रूप से देंगे और कार्य की गुणवत्ता जांच की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित पर्यटन स्थल तक जाने वाली सड़क अगर घटिया गुणवत्ता से बनेगी, तो इसका असर न केवल स्थानीय आवागमन पर पड़ेगा बल्कि पर्यटन विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
जनता से की जागरूकता की अपील
दिलीप तिर्की ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में चल रहे किसी भी सरकारी कार्य पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी गड़बड़ी दिखे, तो तुरंत विभागीय अधिकारियों को सूचित करें और निर्माण स्थल पर जाकर स्थिति की जांच की मांग करें।
उन्होंने कहा: “सरकार जो भी विकास कार्य करवाती है, उसका लाभ जनता को मिलना चाहिए। अगर हम चुप रहेंगे, तो लापरवाह ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारी जनता के हक के साथ खेलते रहेंगे।”
निरीक्षण दल के साथ मौके पर युवा प्रखंड अध्यक्ष निलय प्रेम तिर्की, संतोष बा (मंडल महासचिव), पीटर टेटे, निर्मल डुंगडुंग, अनूप मिंज, तेलेस्फोर डुंगडुंग, अमित डुंगडुंग, पवन टेटे, अजित तिर्की, वीरेंद्र सिंह, प्रदीप गोप, बंटू सिंह, नीरज कुल्लू, और रुजन नायक सहित अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: जनता की निगरानी ही विकास की गारंटी
यह घटना दिखाती है कि विकास कार्यों की सफलता केवल सरकारी योजनाओं पर निर्भर नहीं करती, बल्कि जनता की सजगता और निगरानी पर भी टिकी होती है। यदि नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझें और स्थानीय स्तर पर पारदर्शिता की मांग करें, तो भ्रष्टाचार और लापरवाही पर अंकुश लगाया जा सकता है।
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सजग नागरिक बनें, विकास की गुणवत्ता पर रखें नजर
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