
#गढ़वा #स्वास्थ्यसेवा : आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को रोशनी लौटाने की दिशा में राधिका नेत्रालय का सराहनीय कदम
गढ़वा जिले के चिरोजिया मोड़ स्थित राधिका नेत्रालय में बुधवार को 35 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों की नि:शुल्क सर्जरी की गई। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि संस्था लगातार जरूरतमंद और गरीब तबके के लिए यह सेवा चला रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति केवल आर्थिक तंगी के कारण अंधकारमय जीवन जीने को मजबूर न हो।
ऑपरेशन की प्रक्रिया और मरीजों को सुविधा
डॉ. सुशील ने जानकारी दी कि अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की सबसे पहले जांच की जाती है। मोतियाबिंद की पुष्टि होने पर पंजीकरण कर मुफ्त ऑपरेशन की व्यवस्था की जाती है। सफल सर्जरी के बाद मरीजों को मुफ्त में चश्मा और आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे उन्हें किसी प्रकार का अतिरिक्त बोझ न उठाना पड़े।
ज़रूरतमंदों की पहचान जरूरी
नेत्रालय प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन का लाभ उठाने के लिए मरीजों को आधार कार्ड और राशन कार्ड लाना आवश्यक है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सुविधा उन्हीं तक पहुंचे जिनके पास महंगे इलाज का खर्च उठाने की क्षमता नहीं है।
अब तक 421 मरीजों को मिली नई रोशनी
डॉ. सुशील ने बताया कि वर्ष 2025 से 2026 के बीच अब तक 421 मोतियाबिंद मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। इनमें अधिकतर वे लोग शामिल हैं जो वर्षों से धुंधली रोशनी में जी रहे थे और आर्थिक कारणों से इलाज नहीं करवा पा रहे थे।
सामाजिक सेवा का जीवंत उदाहरण
राधिका नेत्रालय का यह प्रयास केवल चिकित्सा सेवा ही नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का जीवंत उदाहरण है। यह पहल उन हजारों जरूरतमंद परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जो बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों तक नहीं जा सकते।
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क्या जिले में और अस्पतालों को भी गरीब मरीजों के लिए ऐसी योजनाएं शुरू करनी चाहिए?