
#सिमडेगा #पुलिस_सम्मान : उत्कृष्ट टर्न आउट और कर्तव्यनिष्ठा के आधार पर राजेन्द्र मांझी को “पुलिसमैन ऑफ द वीक” सम्मान प्रदान किया गया
- सिमडेगा पुलिस की पहल ‘पुलिसमैन ऑफ द वीक’ लगातार सराहना बटोर रही।
- सप्ताह में उत्कृष्ट कार्य, कर्तव्यनिष्ठा, और श्रेष्ठ टर्न आउट के आधार पर चयन।
- 05 दिसंबर 2025 को सहायक पुलिस/13 राजेन्द्र मांझी हुए सम्मानित।
- पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मान।
- मांझी की सकारात्मक सोच, अनुशासन और कुशल कार्यशैली की प्रशंसा।
- पहल से पुलिस जवानों में मनोबल व प्रतिस्पर्धा बढ़ने की उम्मीद।
सिमडेगा जिले में पुलिस अधीक्षक द्वारा शुरू की गई विशेष पहल ‘पुलिसमैन ऑफ द वीक : सिमडेगा पुलिस’ लगातार चर्चा में है और पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रही है। इस योजना के तहत हर सप्ताह विभिन्न थाना, ओपी और इकाइयों में कार्यरत आरक्षी से लेकर सहायक अवर निरीक्षक स्तर तक के कर्मियों को उनकी कार्यशैली, प्रतिबद्धता और श्रेष्ठ टर्न आउट के आधार पर सम्मानित किया जाता है। चयनित पुलिसकर्मी की तस्वीर पूरे सप्ताह संबंधित परिसर के सूचना पट पर प्रदर्शित की जाती है, जिससे उन्हें प्रेरणा और पहचान दोनों मिलती है।
राजेन्द्र मांझी को नवंबर के चतुर्थ सप्ताह का सम्मान
05 दिसंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय (स्टिक ड्यूटी) में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सहायक पुलिस/13 राजेन्द्र मांझी को नवंबर माह के चौथे सप्ताह के लिए “पुलिसमैन ऑफ द वीक” सम्मान से नवाजा गया।
पुलिस अधीक्षक ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया और उनकी उत्कृष्ट सेवा भावना की सराहना की।
अधिकारियों के अनुसार, राजेन्द्र मांझी अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, अनुशासन और कुशलता के साथ करते हैं। उनकी सकारात्मक सोच और विश्वसनीय कार्यशैली अन्य पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणास्रोत मानी जा रही है।
क्यों चुने गए राजेन्द्र मांझी?
- उत्कृष्ट टर्न आउट
- कर्तव्य के प्रति अनुशासित और समर्पित रवैया
- सकारात्मक तथा नैतिक सोच
- कार्य निष्पादन में निरंतरता और दक्षता
पुलिस विभाग का मानना है कि ऐसे सम्मान से कर्मियों में बेहतर काम करने की इच्छा और प्रतिस्पर्धा बढ़ती है। विभाग ने आशा जताई कि यह पहल भविष्य में पुलिस बल को और अधिक मजबूत तथा संवेदनशील बनाएगी।
न्यूज़ देखो: प्रेरक पहल से बढ़ रहा मनोबल
सिमडेगा पुलिस की यह पहल सिर्फ सम्मान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कार्य संस्कृति को मजबूत करती है और हर जवान को जिम्मेदारी के साथ काम करने की प्रेरणा देती है। ऐसे प्रयास पुलिस-जन संबंधों को भी सकारात्मक दिशा देते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदारी और प्रेरणा—दोनों साथ लेकर चलें
राजेन्द्र मांझी जैसे कर्मियों की लगन समाज और सिस्टम दोनों को मजबूत बनाती है। हम सभी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठता का प्रयास करें—इसी से बदलाव संभव है।
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