#रांची #दुर्घटना : राजधानी के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में चौथी मंजिल से गिरकर युवक गंभीर रूप से घायल, अस्पताल में भर्ती
- बुंडू निवासी जलधर मुंडा रिम्स में गंभीर रूप से घायल।
- घटना रिम्स अस्पताल की चौथी मंजिल पर शनिवार को हुई।
- युवक के अचानक छलांग लगाने से अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
- घायल को आपातकालीन वार्ड में भर्ती कर इलाज जारी।
- प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक कुछ समय रिम्स परिसर में टहलता नजर आया।
रांची। राजधानी रांची के प्रमुख चिकित्सा संस्थान राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में शनिवार को एक गंभीर घटना सामने आई, जब एक युवक ने चौथी मंजिल से अचानक छलांग लगा दी। इस घटना में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत अस्पताल प्रबंधन ने आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया। घायल युवक की पहचान बुंडू निवासी जलधर मुंडा के रूप में की गई है।
घटना का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक कुछ समय रिम्स परिसर में टहलते हुए दिखाई दिया। अचानक, वह ऊपरी मंजिल की रेलिंग के पास गया और छलांग लगा दी। इस दौरान आसपास मौजूद स्टाफ और मरीजों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल सुरक्षा कर्मियों और अन्य कर्मचारियों ने तुरंत उसे पकड़ने और बचाने का प्रयास किया, लेकिन चोटें गंभीर होने के कारण उसे तुरंत आपातकालीन वार्ड में स्थानांतरित किया गया।
इलाज और स्थिति
रिम्स अस्पताल के डॉक्टरों ने घायल युवक की नाजुक स्थिति को देखते हुए तत्काल इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी चोटें गंभीर हैं और अभी उसकी हालत स्थिर नहीं है। अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है और घटना की वजहों की जांच शुरू कर दी है।
रिम्स प्रशासन ने बताया: “हम घायल युवक का तत्काल इलाज कर रहे हैं और उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। घटना की हर पहलू की जांच की जा रही है।”
प्रत्यक्षदर्शियों की प्रतिक्रिया
हादसे के समय वहां मौजूद मरीज और परिचारक बताते हैं कि युवक अचानक ऐसा कदम उठा बैठा। उन्होंने कहा कि यह देखकर अस्पताल परिसर में मौजूद सभी लोग सदमे में थे और तुरंत मदद के लिए दौड़े।
न्यूज़ देखो: रिम्स में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत
यह घटना अस्पताल परिसर में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रश्न खड़ा करती है। ऐसे संस्थानों में मरीज और आगंतुकों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि सुरक्षा उपायों के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य सहायता केंद्र और परामर्श सेवा की भी व्यवस्था की जाए।
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मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें
अपने और अपने आसपास के लोगों की मानसिक स्थिति पर ध्यान दें। यदि किसी को तनाव, अवसाद या आत्मघाती विचार नजर आए, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें। समाज में जागरूकता फैलाएं और अस्पतालों तथा सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए चर्चा करें। इस खबर को साझा कर दूसरों को सतर्क रहने और सहायता देने के लिए प्रेरित करें।




