रांची: नाला से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रबिंद्रनाथ महतो एक बार फिर से झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष चुने जाएंगे। उनके सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है। सत्र के दूसरे दिन यानी 10 दिसंबर को उनके निर्वाचन की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
नामांकन प्रक्रिया पूरी, सात सेट में जमा हुए प्रस्ताव
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए रबिंद्रनाथ महतो के नामांकन को लेकर सात सेट में पर्चे दाखिल किए गए। यह प्रक्रिया विधानसभा सचिव मणिक लाल हेम्ब्रम की देखरेख में संपन्न हुई।
प्रत्येक सेट में अलग-अलग दलों के नेताओं ने उनके प्रस्तावक और समर्थक के रूप में हस्ताक्षर किए।
- पहला प्रस्तावक: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
- समर्थक: मथुरा प्रसाद महतो
- दूसरा प्रस्तावक: राधा कृष्ण किशोर
- समर्थक: रामेश्वर उरांव
- तीसरा प्रस्तावक: सुरेश पासवान
- समर्थक: नरेश प्रसाद सिंह
- चौथा प्रस्तावक: अरूप चटर्जी
- समर्थक: चंद्रदेव महतो
- पांचवा प्रस्तावक: बाबूलाल मरांडी
- समर्थक: सीपी सिंह
- छठा प्रस्तावक: सरयू राय
- समर्थक: जर्नादन पासवान
- सातवां प्रस्तावक: जयराम कुमार महतो
- समर्थक: निर्मल महतो
इस नामांकन प्रक्रिया में जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी, बीजेपी, लोजपा, भाकपा-माले, आजसू और जेएलकेएम के विधायकों ने भाग लिया, जिससे सर्वसम्मति से निर्वाचन तय हो गया।
सत्र का पहला दिन: विधायकों ने ली शपथ
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सभी 81 विधायकों ने प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी की अध्यक्षता में शपथ ग्रहण किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सभी दलों के विधायकों ने इस प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
सत्र के दूसरे दिन होगी आधिकारिक घोषणा
सत्र के दूसरे दिन यानी मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव निर्धारित है। चूंकि रबिंद्रनाथ महतो के नाम पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति है, इसलिए उनके निर्वाचन की प्रक्रिया औपचारिक होगी।
महत्वपूर्ण योगदान और समर्थन
रबिंद्रनाथ महतो को सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए चुने जाने का श्रेय उनकी विधायी क्षमताओं और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की छवि को दिया जा रहा है। उनके नेतृत्व में विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू और पारदर्शी बनाए रखने की उम्मीद है।