
#कोलेबिरा #पंचायती_विकास : प्रखंड विकास पदाधिकारी ने रैंसिया पंचायत में विभिन्न योजनाओं का औचक निरीक्षण कर लाभुकों को सुधार के निर्देश दिए
- कोलेबिरा प्रखंड विकास पदाधिकारी ने रैंसिया पंचायत का औचक निरीक्षण किया।
- आम बागवानी, बिरसा सिंचाई कूप, दीदी बाड़ी योजना और बिरसा हरित ग्राम योजना (BHGY) की प्रगति की समीक्षा।
- निरीक्षण में बीपीओ संजीता कुमारी, एई शीतल एक्का, जेई परवीन कुमार, पंचायत समिति सदस्य उषा कुमारी मौजूद।
- उर्मिला देवी का कूप निर्माण, फुदन देवी, सुशीला देवी, सोनी देवी की दीदी बाड़ी योजना की स्थिति का जायजा।
- पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और लाभुकों को आवश्यक सुधार व योजनाओं के मानक पालन का निर्देश।
कोलेबिरा प्रखंड के रैंसिया पंचायत में शुक्रवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य यह जानना था कि पंचायत क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं का कार्यान्वयन निर्धारित मानकों के अनुरूप हो रहा है या नहीं। निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिन्होंने प्रगति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा
औचक निरीक्षण के दौरान बीडीओ ने पंचायत क्षेत्र में चल रही महत्वपूर्ण योजनाओं की भौतिक प्रगति देखी। इनमें आम बागवानी, दीदी बाड़ी योजना, बिरसा सिंचाई कूप, और बिरसा हरित ग्राम योजना (BHGY) शामिल थीं।
अधिकारियों ने उर्मिला देवी के कूप निर्माण कार्य की स्थिति देखी, वहीं फुदन देवी, सुशीला देवी, और सोनी देवी की दीदी बाड़ी योजना का भी निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही उषा कुमारी, कृष्ण सिंह, प्रवीण दास, और नकुल दास के BHGY कार्यों को भी जांचा गया।
बीडीओ ने कहा कि “योजनाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता बेहद जरूरी है। लाभुकों को मानक के अनुसार कार्य करना होगा, तभी इन योजनाओं का वास्तविक लाभ जनता तक पहुंच पाएगा।”
BHGY और दीदी बाड़ी योजना पर विशेष निर्देश
बीडीओ ने बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत होने वाले कार्यों—जैसे घेरान, जलकुंड निर्माण, नाडेप, और साफ-सफाई की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि खेतों में समय पर पानी पटावन सुनिश्चित किया जाए ताकि पौधों की वृद्धि सुचारू रूप से हो सके।
दीदी बाड़ी योजना के निरीक्षण में लाभुकों को निर्धारित मानकों के अनुरूप पौधारोपण, तथा साग–सब्जी लगाने के निर्देश दिए गए।
अधिकारियों और लाभुकों को मिले सुधार के निर्देश
निरीक्षण के दौरान बीडीओ ने पंचायत सचिव और रोजगार सेवक से योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन रिपोर्ट मांगी और लाभुकों को योजनाओं में तेजी लाने तथा गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
प्रखंड के तकनीकी पदाधिकारी एई एवं जेई ने भी क्षेत्र में किए जा रहे निर्माण और बागवानी कार्यों का तकनीकी मूल्यांकन किया।

न्यूज़ देखो: विकास योजनाओं की जमीनी सच्चाई महत्वपूर्ण
औचक निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि योजनाओं का कागज़ी प्रगति से आगे बढ़कर जमीनी स्तर पर भी वास्तविक रूप से पूरा होना आवश्यक है। कोलेबिरा प्रशासन द्वारा इस प्रकार की निगरानी विकास को गति देने के लिए बेहद जरूरी है। यदि अधिकारी नियमित रूप से फील्ड विजिट करते रहें, तो भ्रष्टाचार और लापरवाही स्वतः ही कम होगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विकास तभी सफल—जब जनता और प्रशासन दोनों मजबूती से साथ
योजनाओं का सही लाभ तभी मिलता है जब लाभुक जागरूक हों और अधिकारी समय पर निगरानी करें। आप भी अपने क्षेत्र की योजनाओं पर नजर रखें, समस्याएं दिखें तो आवाज़ उठाएं। इस खबर को साझा करें और कमेंट में बताएं—क्या आपके पंचायत में भी योजनाओं की निगरानी नियमित होती है?





