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हरिहरपुर संकुल में हुई कुकिंग प्रतियोगिता, रेणुका टोप्पो बनी विजेता

#जारी #शिक्षा_विकास : हरिहरपुर संकुल में रसोइयों ने दिखाई पाककला की झलक – रेणुका टोप्पो प्रथम और ऐलिन मिंज रहीं द्वितीय।
  • हरिहरपुर संकुल में आयोजित हुई संकुल स्तरीय कुकिंग प्रतियोगिता
  • सभी स्कूलों की रसोइयों ने हिस्सा लेकर अपनी पाककला का प्रदर्शन किया।
  • रा.म.वि. हरिहरपुर की रेणुका टोप्पो ने प्राप्त किया प्रथम स्थान
  • आर.सी. बालिका मध्य विद्यालय, भिखमपुर की ऐलिन मिंज रहीं द्वितीय स्थान पर
  • बीआरपी निर्भय कुमार ने विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया

जारी प्रखंड के हरिहरपुर संकुल में मंगलवार को एक प्रेरणादायक पहल के तहत संकुल स्तरीय कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का उद्देश्य रसोइयों की पाककला, स्वच्छता और पौष्टिक भोजन बनाने की दक्षता को बढ़ावा देना था। इसमें हरिहरपुर संकुल से जुड़े सभी विद्यालयों की रसोइयों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने व्यंजनों से निर्णायकों का दिल जीतने की पूरी कोशिश की।

प्रतियोगिता में दिखी रसोइयों की मेहनत और रचनात्मकता

प्रतियोगिता के दौरान रसोइयों ने एक से बढ़कर एक पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। सभी प्रतिभागियों ने अपने स्टॉल को आकर्षक तरीके से सजाया और भोजन की प्रस्तुति में भी नवाचार दिखाया। निर्णायक मंडल ने प्रत्येक व्यंजन का स्वाद चखकर गुणवत्ता, पौष्टिकता और प्रस्तुति के आधार पर अंक प्रदान किए।

रेणुका टोप्पो बनी प्रथम, ऐलिन मिंज को मिला दूसरा स्थान

परिणाम घोषित होने पर रा.म.वि. हरिहरपुर की रसोइया रेणुका टोप्पो ने प्रथम स्थान प्राप्त कर सबका दिल जीत लिया। वहीं आर.सी. बालिका मध्य विद्यालय, भिखमपुर की ऐलिन मिंज ने द्वितीय स्थान हासिल किया। दोनों विजेताओं को बीआरपी निर्भय कुमार द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे रसोइयों में खुशी और गर्व का माहौल देखने को मिला।

आयोजन में रही शिक्षकों और रसोइयों की सहभागिता

इस अवसर पर शशांक शेखर शर्मा, ख्रीस्तानन्द मिंज, ध्रुवराम, राजेन्द्र तिर्की, एरिक मिंज, आनन्द मिंज सहित कई रसोइए एवं शिक्षक उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल को रसोइयों के आत्मविश्वास और रचनात्मकता को बढ़ाने वाला कदम बताया।

न्यूज़ देखो: मेहनतकश रसोइयों को मिला मंच

हरिहरपुर संकुल की यह प्रतियोगिता दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। इन रसोइयों ने न केवल स्वादिष्ट भोजन बनाया बल्कि यह भी दिखाया कि मिड-डे मील योजना में गुणवत्ता और समर्पण किस तरह बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा है। ऐसी पहलें प्रशासन और समाज दोनों के लिए प्रेरणादायक हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

मेहनत और हुनर को मिले पहचान

हर रसोइया केवल भोजन नहीं बनाता, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को संवारने का काम करता है। ऐसे आयोजनों से उन्हें सम्मान और आत्मविश्वास मिलता है।
आइए, मेहनतकश रसोइयों के प्रयासों को सराहें, अपनी राय कमेंट करें, और इस खबर को साझा करें ताकि प्रेरणा हर संकुल तक पहुंचे।

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Shahjeb Ansari

जारी, गुमला

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