
#लातेहार #स्थापना_दिवस : झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ पर जिले की सभी 155 पंचायतों में मनरेगा के तहत ‘रन फॉर झारखंड’ का सफल आयोजन
- लातेहार जिला प्रशासन द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर ‘रन फॉर झारखंड’ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- कार्यक्रम में 9 प्रखंडों की 155 पंचायतों के ग्रामीणों ने एक साथ भाग लिया।
- मनरेगा कर्मी, मेट, SHG की दीदियां और जनप्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
- उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कहा — “यह आयोजन मनरेगा श्रमिकों को समर्पित है।”
- सभी पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन कर जॉब कार्ड वितरण और सम्मान समारोह भी किया गया।
लातेहार जिले में झारखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई।
इस अवसर पर मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा ‘रन फॉर झारखंड’ नामक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत संचालित हुआ।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य की विकास यात्रा का उत्सव मनाना, हर हाथ को काम देने के लक्ष्य को दोहराना और ग्रामीण जनता को रोजगार अधिकार के प्रति जागरूक करना था।
पूरे जिले में एक साथ गूंजा ‘रन फॉर झारखंड’
कार्यक्रम का संचालन उपायुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता (भा.प्र.से.) के नेतृत्व में किया गया।
इसके अंतर्गत जिले के सभी नौ प्रखंडों — लातेहार, चंदवा, बालूमाथ, मनिका, बरवाडीह, गारू, महुआडांड़, बरियातू और हेरहंज — की 155 पंचायतों में प्रभात फेरी का आयोजन हुआ।
फेरी में ग्रामीणों ने बैनर, तख्तियां और नारे लेकर उत्साहपूर्वक भाग लिया।
“हर हाथ को काम, गांव में खुशहाली का नाम” और “मनरेगा का इरादा, ग्रामीण विकास का वादा” जैसे नारे पूरे क्षेत्र में गूंजते रहे।
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने जताई प्रसन्नता
उपायुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता ने कार्यक्रम की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन झारखंड के विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कहा: “झारखंड की रजत जयंती का यह उत्सव हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़, मनरेगा के श्रमिकों को समर्पित है। लातेहार का यह ऐतिहासिक सामूहिक प्रयास यह सुनिश्चित करेगा कि सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुँचें और हर हाथ को काम मिले।”
ग्राम सभाओं में हुई योजनाओं की समीक्षा और सम्मान
प्रभात फेरी के बाद प्रत्येक पंचायत में विशेष ग्राम सभा आयोजित की गई।
इन सभाओं में मनरेगा की उपलब्धियों की समीक्षा, उत्कृष्ट श्रमिकों का सम्मान और नए जॉब कार्डों का वितरण किया गया।
ग्राम सभाओं में अधिकारियों ने ग्रामीणों को रोजगार गारंटी अधिनियम से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया।
इसके अलावा, पंचायत स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उपायों पर भी चर्चा हुई।
ग्रामीण महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) की दीदियों की भागीदारी विशेष रूप से देखने को मिली।
उन्होंने ग्रामीण विकास के विभिन्न कार्यों में अपनी सक्रिय भूमिका प्रस्तुत की और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर दिया।
साथ ही, मनरेगा के तहत जल संरक्षण, पौधरोपण, सड़क निर्माण और ग्रामीण संपत्ति सृजन जैसे कार्यों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया।
जिले को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
लातेहार जिला प्रशासन ने इस अवसर पर जिले को एक विकसित और आत्मनिर्भर जिला बनाने के अपने संकल्प को दोहराया।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी मनरेगा योजनाओं के माध्यम से ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे और प्रत्येक पंचायत में स्थानीय विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
न्यूज़ देखो: विकास का नया संकल्प — हर हाथ को काम
लातेहार का यह आयोजन न केवल एक प्रशासनिक सफलता है बल्कि जनभागीदारी और आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी है।
झारखंड की रजत जयंती के अवसर पर यह सामूहिक पहल इस बात का उदाहरण है कि जब शासन और जनता एक दिशा में साथ बढ़ें, तो परिवर्तन अवश्य संभव है।
यह कार्यक्रम बताता है कि मनरेगा अब सिर्फ रोजगार का साधन नहीं, बल्कि ग्रामीण सशक्तिकरण का मार्ग बन चुका है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
रजत जयंती पर नया जोश, नई दिशा
झारखंड की 25वीं वर्षगांठ केवल एक तिथि नहीं, बल्कि उम्मीदों और आत्मनिर्भरता की नई सुबह है।
आइए, हम सब मिलकर इस राज्य को समृद्ध और जागरूक बनाने का संकल्प लें।
गांव की प्रगति, रोजगार की गारंटी और महिला सशक्तिकरण की दिशा में अपना योगदान दें।
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