
#रांची #राजनीतिक_जुड़ाव : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कार्यालय में आज दोपहर सौरभ श्रीवास्तव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल होंगे।
- आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता सौरभ श्रीवास्तव आज होंगे झामुमो में शामिल।।
- कार्यक्रम आज 13 दिसंबर 2025, दोपहर 1:30 PM, हरमू रोड स्थित झामुमो केंद्रीय कार्यालय में आयोजित।।
- मौजूद रहेंगे केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे और लातेहार जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव।।
- दिसोम गुरु शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार के दिन ही सौरभ ने AAP से दिया था इस्तीफा।।
- सैकड़ों समर्थकों की एंट्री से लातेहार विधानसभा में नए राजनीतिक बदलावों की संभावना।।
- पूर्व मंत्री वैद्यनाथ राम की हार के बाद भाजपा वाली सीट पर झामुमो को मिल सकती है नई ताकत।।
पूर्व आम आदमी पार्टी के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता और युवा नेता सौरभ श्रीवास्तव आज आधिकारिक रूप से झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने जा रहे हैं। यह शामिलीकरण दोपहर 1:30 बजे रांची के हरमू रोड स्थित झामुमो कैंप कार्यालय में होगा। सौरभ श्रीवास्तव लंबे समय से लातेहार की राजनीति में सक्रिय रहे हैं और उनके सैकड़ों समर्थकों के साथ एक साथ झामुमो में आने से प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में खास हलचल देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि दिग्गज नेता दिसोम गुरु शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार के दिन ही सौरभ ने अपनी पूर्व पार्टी से इस्तीफा देकर झामुमो में आने के संकेत दे दिए थे। इस फैसले को पलामू प्रमंडल में झामुमो की स्थिति को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सौरभ श्रीवास्तव का झामुमो में आने का राजनीतिक महत्व
सौरभ श्रीवास्तव युवा नेतृत्व का मजबूत चेहरा रहे हैं जिन्होंने AAP में रहते हुए कई मुद्दों पर प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान बनाई। गुरुजी के प्रति उनकी भावनात्मक नजदीकी और वैचारिक समानता ने उन्हें झामुमो की ओर अग्रसर किया। लातेहार सहित आसपास के जिलों में उनकी पकड़ और युवाओं के बड़े वर्ग पर उनका प्रभाव झामुमो के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सौरभ श्रीवास्तव ने कहा: “गुरुजी के आदर्श मेरे राजनीतिक जीवन का मार्गदर्शन करते रहे हैं। उनके सपनों का झारखंड बनाने के लिए मैंने झामुमो के साथ काम करने का निर्णय लिया है।”
उनके समर्थकों का बड़ा समूह भी आज उनके साथ झामुमो में शामिल हो रहा है जिससे यह कार्यक्रम और भी प्रभावशाली हो गया है।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रमुख नेता
आज आयोजित महत्वपूर्ण जॉइनिंग कार्यक्रम में झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ पदाधिकारी और लातेहार जिले के कई सक्रिय कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
इसमें मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे:
- विनोद पांडे, केंद्रीय महासचिव, झामुमो
- लाल मोती नाथ शाहदेव, जिला अध्यक्ष, लातेहार
- लातेहार के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि
- सौरभ श्रीवास्तव के सैकड़ों समर्थक
कार्यक्रम का आयोजन झामुमो कैंप कार्यालय, हरमू रोड, रांची में किया जा रहा है।
लातेहार की राजनीति में तेजी से बदलते समीकरण
लातेहार विधानसभा पिछले चुनाव में भाजपा के नियंत्रण में चली गई थी जब झामुमो के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री वैद्यनाथ राम को हार का सामना करना पड़ा था। तब से यह सीट राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण बन चुकी थी। अब सौरभ के आने के बाद राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि झामुमो इस सीट पर संगठनात्मक रूप से फिर ताकत पा सकता है।
कई कारण बताए जा रहे हैं:
- युवा नेतृत्व के आने से नई ऊर्जा का संचार
- स्थानीय मुद्दों पर तेज़ी से काम करने की संभावना
- भाजपा के सामने नई चुनौतियाँ
- लातेहार-बालूमाथ-पलामू क्षेत्र में झामुमो की पकड़ मजबूत होने की उम्मीद
स्थानीय स्तर पर भी जनता के बीच इस कार्यक्रम को लेकर चर्चा तेज है कि सौरभ के आने के बाद लातेहार में राजनीति नया मोड़ ले सकती है।
राजनीतिक गलियारे की निगाहें आज के कार्यक्रम पर
झामुमो का केंद्रीय कार्यालय आज सुबह से ही तैयारियों में व्यस्त है। समर्थकों की भारी उपस्थिति की उम्मीद की जा रही है। प्रदेश स्तर पर कई नेता और कार्यकर्ता इस कार्यक्रम को राजनीतिक तौर पर ‘टर्निंग पॉइंट’ के रूप में देख रहे हैं।
स्थान: केंद्रीय कार्यालय (कैम्प), जेएमएम, हरमू रोड, रांची
समय: 1:30 PM
संपर्क: 7042167551
न्यूज़ देखो: लातेहार में झामुमो को नई दिशा देने वाला कदम
सौरभ श्रीवास्तव का झामुमो में शामिल होना सिर्फ एक राजनीतिक औपचारिकता नहीं बल्कि लातेहार जैसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र के भविष्य की राजनीति को प्रभावित करने वाला कदम है। इससे यह स्पष्ट दिख रहा है कि झामुमो युवाओं को संगठन में आगे ला रहा है और भाजपा के प्रभाव वाली सीटों पर चुनौती पैदा करने की रणनीति अपना रहा है। आने वाले महीनों में यह फैसला झारखंड की राजनीति में प्रभावी बदलाव ला सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बदलाव की ओर बढ़ते कदम और नागरिक भूमिका का महत्व
लातेहार जैसे इलाकों में जब युवा नेतृत्व आगे आता है तो राजनीति में नई ऊर्जा और जनता में नई उम्मीदें जन्म लेती हैं। ऐसे कदम हमें याद दिलाते हैं कि लोकतंत्र केवल चुनावों से नहीं बल्कि नागरिक सहभागिता से मजबूत होता है।
इस बड़े राजनीतिक जुड़ाव के बाद आप भी अपने क्षेत्र की राजनीति पर नजर रखें, सवाल पूछें और सक्रिय रूप से भाग लें।
अपनी राय कमेंट में लिखें, इस खबर को अपने समूहों में साझा करें, और स्थानीय राजनीति को मजबूत व जागरूक बनाने में अपना योगदान दें।
आपकी जागरूकता ही बदलाव की असली ताकत है।





