
#देवघर #श्रावणी_मेला : बाबा नगरी में सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता का समर्पित बंदोबस्त
- NDRF की 34 सदस्यीय टीम शिवगंगा क्षेत्र में 24×7 तैनात।
- मंदिर प्रांगण में NDRF मेडिकल इकाई श्रद्धालुओं को दे रही स्वास्थ्य सेवाएं।
- श्रावणी मेला क्षेत्र में 750 सफाई मित्रों की तैनाती स्वच्छता के लिए।
- फोगिंग और ब्लीचिंग का नियमित छिड़काव मेला परिसर में जारी।
- जिला प्रशासन की सख्त निगरानी में चल रही व्यवस्था।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर NDRF की दिन-रात तैनाती
देवघर में जारी राजकीय श्रावणी मेला 2025 में बाबा भोलेनाथ के दर्शन को आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद बनाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 34 सदस्यीय टीम तैनात की गई है। यह टीम शिवगंगा सरोवर क्षेत्र में चौबीसों घंटे मुस्तैद है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित बचाव और राहत कार्य किया जा सके।
NDRF कमांडर ने कहा: “हमारी टीम हर पल सतर्क है, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है।”
मंदिर परिसर में मेडिकल सुविधा से श्रद्धालुओं को राहत
श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ को ध्यान में रखते हुए बाबा मंदिर प्रांगण में NDRF की एक विशेष मेडिकल इकाई को भी तैनात किया गया है। यह इकाई लगातार स्वास्थ्य जांच, प्राथमिक उपचार और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं दे रही है। गर्मी, भीड़ और थकावट से ग्रसित श्रद्धालुओं को तत्काल राहत दी जा रही है।
डॉ. मंजू देवी, मेडिकल यूनिट प्रभारी ने कहा: “अब तक सैकड़ों श्रद्धालुओं को सामान्य थकावट, डिहाइड्रेशन और पैर में सूजन की समस्या में मदद दी गई है।”
स्वच्छता के लिए सफाई मित्रों की बड़ी जिम्मेदारी
श्रावणी मेला क्षेत्र की स्वच्छता को लेकर भी जिला प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। 750 सफाई मित्रों की विशेष तैनाती की गई है, जो चौबीसों घंटे कचरा उठाव, फोगिंग और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे हैं। इससे बीमारियों के प्रसार पर नियंत्रण में मदद मिल रही है और श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ वातावरण मिल रहा है।
देवघर प्रशासन की सजग व्यवस्था
देवघर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक लगातार मेला क्षेत्र में गश्त और निगरानी कर रहे हैं। जगह-जगह नियंत्रण कक्ष, होल्डिंग एरिया और सूचना केंद्र बनाए गए हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण और मार्गदर्शन का कार्य व्यवस्थित ढंग से चल रहा है।

न्यूज़ देखो: श्रद्धालु सेवा में सुरक्षा और स्वच्छता की मिसाल
श्रावणी मेला जैसे विराट आयोजन में एनडीआरएफ और प्रशासन की तत्परता यह साबित करती है कि अगर इच्छाशक्ति हो तो भीड़ को भी सिस्टमैटिक ढंग से संभाला जा सकता है। स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वच्छता के बेहतर प्रबंधों ने श्रद्धालुओं को सुकून दिया है, यही प्रशासनिक समर्पण की असली परिभाषा है।
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सजग नागरिक, सुरक्षित यात्रा — सबका साथ ज़रूरी है
श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा सिर्फ सरकारी प्रयास से नहीं, हर व्यक्ति की जागरूकता और सहयोग से संभव होती है। आइए, इस खबर को शेयर करें, कमेंट में अपनी राय दें, और सभी भक्तों को सुरक्षा और स्वच्छता की अहमियत बताएं।
सतर्कता और सहभागिता से ही होगी हर यात्रा मंगलमय।