गढ़वा: शहर के चिनिया मोड़ स्थित मां काली स्थान में आयोजित पांच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का शुभारंभ मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। इस महायज्ञ का मुख्य अनुष्ठान 11 दिसंबर से प्रारंभ होकर 15 दिसंबर को पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा।
भक्ति से सराबोर माहौल
कलश यात्रा के दौरान श्रद्धालु मां काली मंदिर से दानरो नदी तक पैदल यात्रा करते हुए पहुंचे। यहां मंत्रोच्चार के बीच जल कलश भरा गया और श्रद्धालु यज्ञ स्थल पर लौटे। बैंड-बाजों और धार्मिक संगीत ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय कर दिया।
प्रतिदिन होंगे धार्मिक कार्यक्रम
महायज्ञ स्थल पर प्रतिदिन यज्ञ अनुष्ठान, प्रवचन, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- कलश स्थापना: प्राण प्रतिष्ठा के लिए विधिवत कलश स्थापना की गई।
- प्रवचन: शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक विशेष प्रवचन होंगे।
मुख्य यजमान के रूप में जगतगुरु स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य जी की उपस्थिति इस आयोजन को दिव्यता प्रदान कर रही है।
अयोध्या के आचार्य और संगीतमय कथा
इस महायज्ञ में अयोध्या सहित विभिन्न स्थानों से विद्वान आचार्यों का आगमन हुआ है। इसके अलावा, डॉ. दीपक मिश्र और उनकी मंडली द्वारा संगीतमय कथा की प्रस्तुति दी जाएगी, जो श्रद्धालुओं के बीच खास आकर्षण रहेगा।
स्थानीय उत्साह और तैयारियां
महायज्ञ को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोग पूरे उत्साह के साथ तैयारियों में जुटे हैं। इस आयोजन में अमृत शुक्ला का विशेष योगदान है।
समापन और पूर्णाहुति
महायज्ञ का समापन 15 दिसंबर को पूर्णाहुति के साथ होगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है, जो इसे भक्ति और समर्पण का अद्भुत संगम बनाएगा।