
#सिमडेगा #जनसेवा : बोलबा प्रमुख के 5 वर्षीय पुत्र पर टांगी से हमले की घटना के बाद विधायक प्रतिनिधि ने अस्पताल पहुंचकर बच्चे का हाल जाना और न्याय की मांग की।
- सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा के निर्देश पर प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह पहुंचे अस्पताल।
- बोलबा प्रमुख सुनीता केरकेट्टा के 5 वर्षीय पुत्र पर टांगी से हमला कर घायल किया गया।
- प्रतिनिधि ने डॉक्टरों से मुलाकात कर बेहतर इलाज सुनिश्चित करने को कहा।
- नगर अध्यक्ष अरसद हुसैन भी प्रतिनिधिमंडल में मौजूद रहे।
- हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई, घटना को बताया अमानवीय।
सिमडेगा जिले में हुई एक दर्दनाक घटना के बाद विधायक भूषण बाड़ा के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह और नगर अध्यक्ष अरसद हुसैन ने सदर अस्पताल पहुंचकर बोलबा प्रमुख के घायल पुत्र से मुलाकात की। घटना के बाद इलाके में आक्रोश और चिंता का माहौल है।
विधायक प्रतिनिधि पहुंचे अस्पताल
जानकारी के अनुसार, बोलबा प्रमुख सुनीता केरकेट्टा के 5 वर्षीय पुत्र को गांव के ही रोशन केरकेट्टा नामक व्यक्ति ने टांगी से हमला कर घायल कर दिया था। गंभीर रूप से घायल बच्चे को तत्काल उपचार के लिए सदर अस्पताल सिमडेगा लाया गया।
विधायक प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह ने अस्पताल पहुंचकर बच्चे की स्थिति की जानकारी ली और डॉक्टरों से मुलाकात कर बेहतर इलाज का आग्रह किया।
संतोष कुमार सिंह ने कहा: “यह घटना बेहद अमानवीय और निंदनीय है। एक मासूम बच्चे पर इस तरह का हमला अस्वीकार्य है। प्रशासन को तत्काल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
परिजनों को दिया भरोसा
प्रतिनिधि ने बच्चे के परिजनों से मिलकर भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक भूषण बाड़ा इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त कर चुके हैं और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
नगर अध्यक्ष अरसद हुसैन ने कहा: “हम सभी पीड़ित परिवार के साथ हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह शीघ्र अपराधियों को गिरफ्तार कर उदाहरण पेश करे।”
घटना से क्षेत्र में आक्रोश
इस घटना से बोलबा क्षेत्र में रोष और भय का माहौल है। लोग मांग कर रहे हैं कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना न दोहराई जाए।
पुलिस ने बताया कि हमले के आरोपी की तलाश जारी है और मामले की जांच तेज़ी से की जा रही है।
अस्पताल में मौजूद अधिकारी
घटना के बाद थाना प्रभारी बोलबा, एसपी कार्यालय के जांच अधिकारी सहबाज अली, तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे और मामले की समीक्षा की।
न्यूज़ देखो: जनप्रतिनिधि की तत्परता, प्रशासन की परीक्षा
घटना के बाद विधायक प्रतिनिधि का तत्काल अस्पताल पहुंचना एक सकारात्मक कदम है।
यह दिखाता है कि स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि जनता के प्रति संवेदनशील हैं, लेकिन असली परीक्षा तब होगी जब दोषियों को शीघ्र सजा मिलेगी।
जरूरी है कि पुलिस पारदर्शी जांच करे और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवेदनशीलता ही असली सेवा है
एक मासूम पर हमला केवल अपराध नहीं, हमारी सामाजिक चेतना के लिए चुनौती है।
समाज को ऐसे कुकृत्यों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
जरूरतमंदों को न्याय दिलाना और अपराधियों को सजा दिलाना ही सच्ची मानवता है।
आइए, न्याय की आवाज़ को बुलंद करें — कमेंट में अपनी राय साझा करें, खबर आगे बढ़ाएं और जागरूकता फैलाएं।




