
#सिमडेगा #अटलस्मृतिसमारोह : अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों और राष्ट्र निर्माण में योगदान पर हुई गंभीर गोष्ठी।
सिमडेगा में भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में अटल स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने अटल जी के जीवन, विचारों और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में भाजपा के जिला एवं मंडल स्तर के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए। समारोह का उद्देश्य अटल जी के आदर्शों को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाना और उनके विचारों से प्रेरणा लेना रहा।
- राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए।
- अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में योगदान पर गोष्ठी आयोजित।
- पोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और ग्राम सड़क योजना पर विशेष चर्चा।
- कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने की।
- मंच संचालन महामंत्री दिपक पूरी द्वारा किया गया।
- बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और महिलाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
सिमडेगा में आयोजित अटल स्मृति समारोह श्रद्धा, विचार और चिंतन के वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आयोजन झारखंड राज्य के निर्माता और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में किया गया। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में अटल जी के बहुआयामी व्यक्तित्व, लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को विस्तार से रखा।
अटल जी के विचारों पर केंद्रित रही गोष्ठी
गोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा ने कहा:
डॉ. प्रदीप वर्मा ने कहा: “अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वे भारतीय लोकतंत्र की आत्मा थे। उन्होंने राजनीति में शुचिता, संवाद और सहमति की परंपरा को मजबूत किया।”
उन्होंने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में देश ने आर्थिक सुधारों की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए। विदेश नीति के क्षेत्र में भी भारत को नई पहचान मिली। उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा।
राष्ट्र निर्माण में अटल जी का ऐतिहासिक योगदान
डॉ. वर्मा ने अटल जी के कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण ने भारत को वैश्विक मंच पर आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे निर्णय आज भी देश के विकास की मजबूत नींव हैं।
उन्होंने कहा कि अटल जी का सपना एक ऐसा भारत था जो सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर हो। यह सपना आज भी प्रासंगिक है और वर्तमान पीढ़ी का दायित्व है कि वह इसे साकार करने में अपनी भूमिका निभाए।
युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत अटल बिहारी वाजपेयी
अपने व्याख्यान में डॉ. वर्मा ने युवाओं का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि अटल जी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कविताओं में राष्ट्रप्रेम, मानवीय संवेदना और लोकतांत्रिक मूल्यों की स्पष्ट झलक मिलती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अटल जी के विचारों को आत्मसात कर राष्ट्र सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ें।
पुष्पांजलि अर्पित कर दी गई श्रद्धांजलि
कार्यक्रम से पूर्व पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद गोष्ठी का विधिवत शुभारंभ हुआ।
संगठनात्मक सहभागिता और नेतृत्व
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने की, जबकि मंच संचालन की जिम्मेदारी महामंत्री दिपक पूरी ने निभाई। इस दौरान कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भी अटल जी के साथ जुड़ी स्मृतियां साझा कीं।
वक्ताओं ने साझा किए अटल जी से जुड़े अनुभव
सम्मेलन में लक्ष्मण बड़ाईक, प्रणव कुमार, ओमप्रकाश साहू, संजय ठाकुर और मुकेश श्रीवास्तव ने अटल जी के व्यक्तित्व और विचारों पर अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने अटल जी को एक दूरदर्शी नेता और सच्चे राष्ट्रभक्त के रूप में याद किया।
बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता रहे उपस्थित
कार्यक्रम में संयोजक मुकेश श्रीवास्तव, सहसंयोजक तुलसी साहु, माग्रेट बा, रवि गुप्ता, नरेंद्र बड़ाईक, ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष संभु भगत, रामविलास बड़ाईक, संजय शर्मा, उपेंद्र श्रीवास्तव, दीपनारायण दास, नवीन सिंह, अनूप केशरी, घनश्याम सिंह, श्रीलाल साहु, सतीश पांडेय, नीरज बड़ाईक, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष हीरा राम, मंडल अध्यक्ष द्वय चंदन, प्रसून विकास साहु, सीताराम प्रसाद, देवकीनंदन साय, प्रदीप जायसवाल, संटू गुप्ता, करन सिंह, रवि वर्मा, मनिंदर बिंझिया, सुदर्शन सिंह, घनश्याम केशरी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
महिला मोर्चा की ओर से जिलाध्यक्ष सुषमा देवी, हंसा देवी, रुनी कुमारी, शकुंतला देवी, सीखा अग्रवाल, राजो देवी, अशोक जायसवाल और सुबास महतो की सक्रिय सहभागिता भी कार्यक्रम में देखने को मिली।
न्यूज़ देखो: अटल विचारों से जुड़ने का सशक्त प्रयास
अटल स्मृति समारोह यह दर्शाता है कि आज भी अटल बिहारी वाजपेयी के विचार राजनीति और समाज के लिए प्रासंगिक हैं। इस तरह के आयोजन न केवल स्मरण का अवसर होते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण के मूल्यों से जोड़ने का माध्यम भी बनते हैं। नेतृत्व और कार्यकर्ताओं की सहभागिता यह संकेत देती है कि अटल जी के सपनों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता अब भी जीवित है। आने वाले समय में ऐसे विचारमंथन कितने प्रभावी होंगे, इस पर सभी की नजर रहेगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विचारों से संकल्प तक अटल पथ पर चलने का समय
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन हमें सिखाता है कि राजनीति केवल सत्ता नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। जब विचार मजबूत होते हैं, तभी राष्ट्र सशक्त बनता है। आज आवश्यकता है कि हम उनके आदर्शों को केवल स्मरण न करें, बल्कि अपने आचरण में उतारें।
युवा हों या वरिष्ठ, हर नागरिक राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकता है। अटल जी का सपना तभी साकार होगा जब समाज जागरूक और सक्रिय बनेगा।





