
#कोलेबिरा #शिक्षा_महोत्सव : एस.एस. प्लस टू उच्च विद्यालय में दो दिवसीय आयोजन में विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की तकनीकी प्रतिभा
- एस.एस. प्लस टू उच्च विद्यालय, कोलेबिरा में दो दिवसीय आईसीटी चैंपियनशिप एवं शिक्षा महोत्सव 2025 का सफल आयोजन हुआ।
- कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के क्षेत्र में अपने नवाचार और कौशल का प्रदर्शन किया।
- आयोजन की अगुवाई प्रभारी प्रधानाध्यापिका आभा प्रमिला मिंज ने की, जबकि आईसीटी इंस्ट्रक्टर अभिषेक तिर्की और रिया जोजो ने तकनीकी संचालन संभाला।
- बीआरसी से जय प्रकाश सिंह और प्रमोद भगत ने शिक्षकों के साथ मिलकर कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की।
- कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा स्थित एस.एस. प्लस टू उच्च विद्यालय में 6 और 7 नवम्बर 2025 को प्रखंड स्तरीय आईसीटी चैंपियनशिप एवं शिक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस आयोजन में विद्यार्थियों ने डिजिटल तकनीक, प्रस्तुतीकरण और नवाचार की दिशा में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। आयोजन का उद्देश्य शिक्षकों और विद्यार्थियों में डिजिटल शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा नई तकनीक के प्रयोग को प्रोत्साहित करना था।
डिजिटल शिक्षा के मंच पर विद्यार्थियों की चमक
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय परिसर में उत्साहपूर्ण माहौल के बीच हुई। प्रभारी प्रधानाध्यापिका आभा प्रमिला मिंज ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में शिक्षा का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, और ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को तकनीकी दृष्टि से सशक्त बनाते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय के हर शिक्षक और विद्यार्थी को आधुनिक तकनीकी उपकरणों के प्रयोग में दक्ष बनना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
आभा प्रमिला मिंज ने कहा: “आईसीटी शिक्षा सिर्फ तकनीक सिखाने का माध्यम नहीं, बल्कि सोचने और समस्याओं को हल करने का तरीका सिखाती है।”
नवाचार और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन
आईसीटी इंस्ट्रक्टर अभिषेक तिर्की और रिया जोजो ने विद्यार्थियों को विभिन्न डिजिटल गतिविधियों में शामिल किया। छात्रों ने कोडिंग, प्रस्तुतीकरण, डिजिटल कंटेंट निर्माण और तकनीकी मॉडल जैसे विषयों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बीआरसी जय प्रकाश सिंह और प्रमोद भगत ने कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर आयोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित की।
जय प्रकाश सिंह ने कहा: “इस तरह के आयोजन छात्रों में आत्मविश्वास जगाते हैं और उन्हें नई तकनीकों को समझने के लिए प्रेरित करते हैं।”
शिक्षा महोत्सव में रचनात्मकता का संगम
शिक्षा महोत्सव के दौरान केवल तकनीकी प्रतियोगिताएं ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के लिए रचनात्मक कार्यशालाएं और प्रदर्शन भी आयोजित किए गए। शिक्षकों ने आधुनिक शिक्षा पद्धतियों पर विचार-विमर्श किया, वहीं छात्रों ने अपने बनाए डिजिटल मॉडल प्रदर्शित किए। कार्यक्रम के दौरान शिक्षक दीपक कुमार साहू ने विद्यार्थियों को डिजिटल उपकरणों के सही उपयोग पर प्रेरक मार्गदर्शन दिया।
दीपक कुमार साहू ने कहा: “टेक्नोलॉजी तभी सार्थक है जब उसका उपयोग शिक्षा और समाज के उत्थान के लिए किया जाए।”
समापन समारोह और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम का समापन एक गरिमामय समारोह में हुआ जिसमें प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। विजेता छात्रों की मेहनत और रचनात्मकता की सभी ने सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन के दौरान आयोजकों ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल डिजिटल साक्षरता को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा और नवाचार की भावना को भी मजबूत करते हैं। विद्यालय परिसर में छात्रों और शिक्षकों के उत्साह से शिक्षा का वातावरण जीवंत हो उठा।
न्यूज़ देखो: डिजिटल शिक्षा के विस्तार की दिशा में प्रेरक पहल
कोलेबिरा में आयोजित यह आयोजन ग्रामीण शिक्षा के डिजिटल रूपांतरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे स्पष्ट होता है कि झारखंड के विद्यालय अब आधुनिक तकनीक की मुख्यधारा से जुड़ने की ओर अग्रसर हैं। विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी ने यह साबित किया कि अगर अवसर मिले तो ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी तकनीकी नवाचार में अग्रणी हो सकते हैं।
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तकनीक के संग शिक्षा का उज्जवल भविष्य
डिजिटल शिक्षा केवल सुविधा नहीं, बल्कि एक सशक्त समाज की नींव है। ऐसे आयोजन आने वाली पीढ़ी को तकनीकी रूप से सक्षम बनाते हैं और उन्हें ज्ञान की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा देते हैं। अब समय है कि हम सब मिलकर शिक्षा में तकनीकी क्रांति को समर्थन दें।
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